DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Sunday, August 7, 2016

हरदोई : सेवानिवृत्त सैनिक से शिक्षक बन देश भक्ति का पैदा कर रहे जज्बा, स्कूल की बगिया बिखेर रही आदर्श की खुशबू, बेंहदर विकास खंड के अल्लीपुर अंटवा विद्यालय बना माडल

देश की रक्षा के बाद अब गुरु जी बच्चों को आदर्श की शिक्षा दे रहे हैं। बेंहदर विकास खंड का उच्च प्राथमिक विद्यालय अल्लीपुर अंटवा नजीर पेश कर रहा है। विद्यालय की कक्षा ज्ञान तो बगिया संस्कारों की खुशबू फैला रही है। बच्चे शिक्षा ही नहीं खेलकूद में भी झंडा फहरा रहे हैं। विद्यालय के खेत से ही बच्चों के मिड-डे मील की सब्जी उगाई जाती है। विद्यालय के शिक्षक प्रदीप शुक्ला,

सैनिक हैं। भारतीय वायु सेना से वर्ष 2006 में जूनियर वारंट आफीसर के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद अगस्त 2010 में परिषदीय विद्यालय में बतौर सहायक अध्यापक भर्ती हुए थे। भरावन विकास खंड में तैनाती के बाद 2012 में बेंहदर विकास खंड में स्थानांतरण हो गया और मार्च 2014 से अल्लीपुर अंटवा विद्यालय में तैनात हैं। सेवानिवृत्त सैनिक शिक्षक प्रदीप शुक्ला शिक्षा के साथ ही बच्चों में देश भक्ति के जज्बा भी पैदा कर रहे हैं। उनका विद्यालय नजीर बन गया है। कभी विद्यालय में 70 छात्र संख्या थी तो अब 146 बच्चे हैं। विद्यालय में खेतीबाड़ी कर बच्चों के लिए सब्जी उगाई जाती है। मोटर से सिचाई की व्यवस्था है। पूरा विद्यालय फूलों के खुशबू से महक रहा है। शिक्षक श्री शुक्ला कहते हैं कि पहले कुछ लोगों ने विरोध भी किया लेकिन अब विद्यालय के संस्कारों की खुशबू दूर दूर तक फैल रही है।

खंड शिक्षा अधिकारी भी विद्यालय की गुणवत्ता पर मोहर लगा रहे हैं। उनका कहना है कि विद्यालय विकास खंड का ही नहीं जिले का माडल विद्यालय है। वर्ष 2015- 16 विद्यालय के बच्चों ने जनपदीय स्काउट गाइड रैली में प्रतिभाग कर जूनियर बेसिक गाइ़ड में दूसरा स्थान मिला था। विद्यालय के बच्चे मंडल पर भी खेलकूद प्रतिभा में प्रदर्शन कर चुके हैं। पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. ब्रजेश मिश्र विद्यालय को सम्मानित भी कर चुके हैं। वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मसीहुज्जमा सिद्दीकी ने बताया कि विद्यालय माडल है और वह और अन्य विद्यालयों को भी इसी तरह से माडल बनवाने की पूरी कोशिश होगी।

No comments:
Write comments