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Friday, December 23, 2016

बलरामपुर : बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा देने की जरूरत : बीएसए, शिक्षक उन्नयन गोष्ठी का आयोजन बड़ी संख्या में शामिल हुए शिक्षक, गुणवत्तापरक महत्वपूर्ण शिक्षा देने में अपना पर्याप्त योगदान दें शिक्षक






शिक्षा का उद्देश्य बच्चों में छुपी हुई प्रतिभाओं को विकसित करना तथा संस्कारयुक्त शिक्षा देने वाला होना चाहिए। समय पालन अनुशासन तथा आदर्श एक अच्छे अध्यापक का महत्वपूर्ण गुण है। प्राथमिक स्कूलों को कांवेंट स्कूलों के बराबर लाने के लिए अध्यापकों को पठन-पाठन में बच्चे के अंदर भाव विकसित करने की जरूरत है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेश यादव ने शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी को संबोधित करते हुए नॉर्मल विद्यालय में अध्यापकों से आह्वान किया कि वे गुणवत्तापरक तथा महत्वपूर्ण शिक्षा देने में अपना पर्याप्त योगदान दें।

बीएसए ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने के लिए परिषदीय स्कूलों के गुरुजनों को विशेष प्रयास करने होंगे। कांवेंट स्कूलों की तुलना में परिषदीय विद्यालयों की छवि नगर अथवा ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी नहीं मानी जाती। जिसके लिए हमारी दोष पूर्ण शिक्षा प्रणाली जिम्मेदार है। अध्यापकों को समय से विद्यालय जाकर अभिभावकों से संपर्क बनाने की जरूरत है। मानवीय मूल्यों पर आधारित गुणवत्तापरक शिक्षा से बच्चों में अनुशासन का भाव जागृत होता है और उनमे संस्कार पैदा होते हैं। बच्चों तथा अभिभावकों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने का दायित्व शिक्षक का है। उन्होंने कहा कि जनपद शैक्षिक दृष्टि से काफी पिछड़ा माना जाता है और इस पिछड़ेपन को दूर करने के लिए परिषदीय विद्यालय के अध्यापक अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। इस अवसर पर बीएसए ने रसूलपुर चांद के अध्यापक को विद्यालय में बच्चों का नामांकन तीन गुना बढ़ाने पर इक्कीस सौ रुपये का नकद पुरस्कार दिया। इससे पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी शत्रुघ्न सरोज ने कहा कि स्कूलों में छह से 14 वर्ष के बच्चों को शत-प्रतिशत नामांकन उनके ठहराव तथा नियमितीकरण रखने की जिम्मेदारी अध्यापकों की है। सम्मानित अध्यापक गोपाल शर्मा ने कहा बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार रखकर तथा उनकी रूचि के अनुरूप शिक्षण पद्धति को अपनाकर स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। बच्चों से भावनात्मक जुड़ाव रखने की सलाह देते हुए रीना बेगम ने कहा कि ऐसा करने से बच्चे नियमित रूप स्कूल जाएंगे और पठन पाठन तथा अन्य गतिविधियों मे रुचि लेंगे। गोष्ठी को सरोज कुमार, आमिर आमरी, मुश्ताक अहमद, उस्मान सिद्दीकी आदि ने संबोधित किया। इस दौरान प्रेमचंद्र सरोज, शबी अहमद, गिरिजा प्रसाद व श्रवण कुमार समेत बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।शिक्षक उन्नयन गोष्ठी को संबोधित करते बीएसए रमेश कुमार व मौजूद शिक्षक

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