शासन के निर्देष पर सोशल मीडिया ग्रुप बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। इस तरह शिक्षक एक दूसरे से सीख सकते हैं। इससे शिक्षा में सुधार आएगा और शिक्षकों को भी सुविधा होगी। सर्वदानंद, बीएसए
शासन के निर्देष पर सोशल मीडिया ग्रुप बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। इस तरह शिक्षक एक दूसरे से सीख सकते हैं। इससे शिक्षा में सुधार आएगा और शिक्षकों को भी सुविधा होगी। सर्वदानंद, बीएसए
रामपुर शफी अहमदसोशल मीडिया के जरिए परिषदीय स्कूलों में पढ़ाने का परंपरागत तरीका बदला जाएगा। शिक्षकों के विषयबार व्हाट्सएप गुप बनाए जायेंगे, जिस पर पुराने शिक्षकों को नए शिक्षक पढ़ाने के नए तरीके समझायेंगे। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी के निर्देश पर प्राथमिक शिक्षक संघ ने इसकी पहल शुरू कर दी है। शासन प्राइमरी शिक्षा में गुणात्मक सुधार चाहता है। सालों से शिक्षा का पुराना ढर्रा बदलने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए तमाम कोशिशें जारी हैं। शिक्षकों को समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिए जा रहे हैं, लेकिन शिक्षा में सुधार होता नहीं दिख रहा है। इसलिए अब सोशल मीडिया का सहारा शिक्षा के सुधार को लिया जाएगा। बीएसए सर्वदनंद के निर्देष पर प्राथमिक शिक्षक संघ ने इसकी जिम्मेदारी संभाली है। सोशल मीडिया पर विषय बार शिक्षकों के ग्रुप तैयार किए जा रहे हैं। इसमें नए और पुराने सभी शिक्षक शामिल किए जायेंगे। नए शिक्षकों के पास पढ़ाने के नए तरीके भी हैं, लेकिन उनका हुनर उनके स्कूल तक ही सीमित रहता है, लेकिन अब सोशल मीडिया पर उसे दूसरे शिक्षकों से भी साझा किया जाएगा। ताकि बच्चों को सरल और उनकी रुचि वाले अंदाज में कितबों को समझाया और पढ़ाया जा सके। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री आनंद प्रकाश गुप्ता ने ग्रुप बनाने के लिए शिक्षकों की डिटेल जुटाना शुरू कर दी है। सोलह अगस्त से एक्टिव हो जायेंगे गुप: रामपुर। शिक्षकों के मोबाइल नंबर एकत्र किए जा रहे हैं। फिर विषयबार उनके ग्रुप तैयार किए जायेंगे। यह काम तेजी से किया जा रहा है। ग्रुप बनाने का काम 15 अगस्त तक पूरा कर लिए जाने की संभावना है और 16 अगस्त से ग्रुप एक्टिव हो जायेंगे। पहले चरण में पांच विषयों के ग्रुप : रामपुर। प्रथम चरण में हंिदूी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन विषयों के बार ग्रुप तैयार किए जा रहे हैं। यही मुख्य विषय हैं, लेकिन दूसरे चरण में अन्य विषयों के ग्रुप भी तैयार किए जायेंगे।
शासन के निर्देष पर सोशल मीडिया ग्रुप बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। इस तरह शिक्षक एक दूसरे से सीख सकते हैं। इससे शिक्षा में सुधार आएगा और शिक्षकों को भी सुविधा होगी। सर्वदानंद, बीएसए
रामपुर शफी अहमदसोशल मीडिया के जरिए परिषदीय स्कूलों में पढ़ाने का परंपरागत तरीका बदला जाएगा। शिक्षकों के विषयबार व्हाट्सएप गुप बनाए जायेंगे, जिस पर पुराने शिक्षकों को नए शिक्षक पढ़ाने के नए तरीके समझायेंगे। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी के निर्देश पर प्राथमिक शिक्षक संघ ने इसकी पहल शुरू कर दी है। शासन प्राइमरी शिक्षा में गुणात्मक सुधार चाहता है। सालों से शिक्षा का पुराना ढर्रा बदलने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए तमाम कोशिशें जारी हैं। शिक्षकों को समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिए जा रहे हैं, लेकिन शिक्षा में सुधार होता नहीं दिख रहा है। इसलिए अब सोशल मीडिया का सहारा शिक्षा के सुधार को लिया जाएगा। बीएसए सर्वदनंद के निर्देष पर प्राथमिक शिक्षक संघ ने इसकी जिम्मेदारी संभाली है। सोशल मीडिया पर विषय बार शिक्षकों के ग्रुप तैयार किए जा रहे हैं। इसमें नए और पुराने सभी शिक्षक शामिल किए जायेंगे। नए शिक्षकों के पास पढ़ाने के नए तरीके भी हैं, लेकिन उनका हुनर उनके स्कूल तक ही सीमित रहता है, लेकिन अब सोशल मीडिया पर उसे दूसरे शिक्षकों से भी साझा किया जाएगा। ताकि बच्चों को सरल और उनकी रुचि वाले अंदाज में कितबों को समझाया और पढ़ाया जा सके। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री आनंद प्रकाश गुप्ता ने ग्रुप बनाने के लिए शिक्षकों की डिटेल जुटाना शुरू कर दी है। सोलह अगस्त से एक्टिव हो जायेंगे गुप: रामपुर। शिक्षकों के मोबाइल नंबर एकत्र किए जा रहे हैं। फिर विषयबार उनके ग्रुप तैयार किए जायेंगे। यह काम तेजी से किया जा रहा है। ग्रुप बनाने का काम 15 अगस्त तक पूरा कर लिए जाने की संभावना है और 16 अगस्त से ग्रुप एक्टिव हो जायेंगे। पहले चरण में पांच विषयों के ग्रुप : रामपुर। प्रथम चरण में हंिदूी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन विषयों के बार ग्रुप तैयार किए जा रहे हैं। यही मुख्य विषय हैं, लेकिन दूसरे चरण में अन्य विषयों के ग्रुप भी तैयार किए जायेंगे।
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