इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षकों की समस्याओं को एक मंच पर लाते हुए शुक्रवार को शिक्षक नेता शिक्षा निदेशालय में खूब गरजे। कहा कि शिक्षकों की समस्याओं के प्रति सरकार का रवैया घोर उपेक्षापूर्ण है इसलिए संगठन को संघर्ष का रास्ता चुनना पड़ा। समान कार्य के लिए समान वेतन पर सरकार से आरपार की लड़ाई लड़ने का एलान किया गया।
■ शिक्षा निदेशालय में एक दिनी धरना प्रदर्शन, गरजे शिक्षक नेता
■ विप में नेता शिक्षक दल ओम प्रकाश सहित अन्य हुए शामिल
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले हुए धरना प्रदर्शन में विधान परिषद में नेता शिक्षक दल ओम प्रकाश शर्मा ने हुंकार भरी तो एमएलसी जगवीर किशोर जैन, एमएलसी हेमसिंह पुंडीर, एमएलसी सुरेश कुमार त्रिपाठी और एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने भी शिक्षकों के हित से खिलवाड़ होने पर करारा जवाब देने की बात कही। ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं के प्रति सरकार गंभीर नहीं दिखती। ऐसे में संगठन संघर्ष करने को मजबूर हुआ है। कहा कि अभी तो यह एक दिन का सांकेतिक धरना प्रदर्शन है, इसके बाद प्रत्येक जिले में और प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी शक्ति प्रदर्शन होगा।
उन्होंने कहाकि वित्त विहीन विद्यालयों के शिक्षकों की सेवा शर्तो तथा समान कार्य के लिए समान वेतन पर संघर्ष किया जाएगा। शिक्षकों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा और पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाली मुख्य मांग में शामिल होगी। बताया कि निदेशालय स्तर पर लंबित प्रकरणों के लिए जुलाई में मंडलवार क्रमिक अनशन होगा। एमएलसी सुरेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि निदेशालय में फाइलें जल्दी निस्तारित नहीं होती हैं। अफसर मनमानी करते हैं। कहाकि सभा अनुमति दे तो वह खुद धरने पर बैठकर इस मनमानी का जवाब दे सकते हैं।
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