हरदोई : स्वेटर वितरण में धांधली, अब तक 18 हजार स्वेटर बदलवाए गए
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से गरीब बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए मुफ्त स्वेटर वितरण की योजना पर भी भ्रष्टाचारी तंत्र ने ग्रहण लगा दिया है। सत्यापन के दौरान स्वेटरों की गुणवत्ता खराब निकल रही है। अब तक 18 हजार स्वेटर बदलवाए जा चुके हैं। भाजपा के सांसद व विधायकों ने भी इस पर नाराजगी जताई है।
हरदोई जिले के 19 विकास खंडों में 3500 से ज्यादा परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले साढ़े चार लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं को स्वेटर बांटे जा रहे हैं। एक स्वेटर के लिए सरकार ने 200 रुपये की धनराशि निर्धारित की है। टेंडर पाने के लिए एक निजी कंपनी ने 165 रुपये में स्वेटर देने का दावा किया। इस पर उससे चार लाख 59 हजार 39 स्वेटर खरीदने के लिए क्रय आदेश जारी कर दिया गया। वितरण के लिए आखिरी तारीख 30 नवंबर निर्धारित की गई थी, लेकिन इस अवधि में शत प्रतिशत स्वेटर नहीं बंट सके।
बेसिक शिक्षा विभाग के प्रगति आंकड़ों के अनुसार 14 दिसंबर तक जिले भर में 65 फीसदी बच्चों को ही स्वेटर बंट पाए हैं। वहीं जहां बांटे गए हैं वहां स्वेटर की क्वालिटी व वजन मानक के अनुसार न होने के मामले भी उजागर होने लगे हैं। अब तक सरकारी आंकड़ों में ही टड़ियांवा विकास खंड में 10 हजार और सण्डीला ब्लॉक क्षेत्र में लगभग 8000 स्वेटर गुणवत्ताहीन निकल चुके हैं।
सवायजपुर के भाजपा विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह के प्रतिनिधि रजनीश त्रिपाठी का कहना है कि अधोमानक स्वेटर बांटने की शिकायतें मिली हैं। गुणवत्ताविहीन स्वेटर देना निंदनीय है। विधायक जी के साथ वह खुद स्कूलों में जाकर स्वत: निरीक्षण करेंगे। अभिभावकों से जानकारी लेंगे। खराब स्वेटर बदलवाएंगे। अनियमितता करने वालों के खिलाफ जांच व कार्रवाई कराएंगे। बीजेपी सांसद प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह ने कहा कि गरीब बच्चों को निर्धारित मानकों के अनुसार स्वेटर मिलना चाहिए। गड़बड़ी को गंभीरता से लिया गया है। सरकारी की योजना में अनियमितता करने वालों को दंडित कराया जाएगा। बीएसए, जिलाधिकारी से वार्ता कर सुधार कराएंगे।
जिला समन्वयक अमित वर्मा का कहना है कि सभी चार लाख 59 हजार 39 स्वेटरों की आपूर्ति हो चुकी है। इन्हें ब्लाकों में भेजकर बंटवाया जा रहा है। टड़ियांवा व सण्डीला में सत्यापन आख्या आने पर गुणवत्ता खराब होने की जानकारी मिली थी। इस पर दोनों जगह खराब स्वेटर वापस कर उन्हें बदलवा दिया गया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमन्तराव का कहना है कि गुणवत्ताहीन स्वेटर निकलने पर आपूर्ति कर्ता फर्म को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। मानकों के अनुरूप न निकलने वाले स्वेटरों को वापस कराएंगे। भुगतान में कटौती की भी कार्रवाई की जाएगी।
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