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Saturday, May 29, 2021

UP Board Exam 2021 : यूपीएमएसपी ने 10वीं की परीक्षा की रद्द, 12वीं परीक्षा टाइम-टेबल पर फैसला जल्द

UP Board Exam 2021 : यूपीएमएसपी ने 10वीं की परीक्षा रद्द की, 12वीं परीक्षा टाइम-टेबल पर फैसला जल्द।

यूपी बोर्ड : फेल हुए चार लाख से ज्यादा छात्र भी 11वीं में पहुंचेंगे, सम्बंधित खबर सबसे नीचे पढ़े।


यूपी बोर्ड : इंटर के 70 प्रतिशत कोर्स की डेढ़ घंटे में होगी परीक्षा

UPMSP UP Board 10th 12th Exam 2021 Date: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) की हाईस्कूल (कक्षा 10) की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने आज मीडिया को बताया कि सभी छात्रों को 11वीं कक्षा में प्रमोट किया जाएगा।



डॉ दिनेश शर्मा ने बताया कि यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षाएं जुलाई के दूसरे सप्ताह में आयोजित कराई जा सकती हैं। इस बार परीक्षा 3  घंटे की बजाए 1.5 घंटे की होगी जिसमें छात्रों को 10 में से सिर्फ 3 प्रश्नों का उत्तर लिखना होगा।

इस प्रकार से अब यूपी बोर्ड 10वीं का रिजल्ट पिछली परीक्षाओं और आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर घोषित किया जाएगा। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार इंटर (12वीं) परीक्षा टाइम-टेबल पर दो-तीन दिन में जल्द ही फैसला ले सकती है।

उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से यूपी बोर्ड 10वीं परीक्षाओं को रद्द कर रिजल्ट तैयार करने की तैयारियों में जुटा है। यूपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा इतिहास में पहली बार  रद्द की गई हैं। इससे पहले सीबीएसई, आईसीएससीई , एमपी बोर्ड, पंजाब बोर्ड, हरियाणा बोर्ड आदि बोर्ड ने भी 10वीं की परीक्षा रद्द करने का ऐलान कर चुकी हैं।

डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने कहा था कि कोरोना पीक का आकलन समय-समय पर किया जा रहा है। हमारे 19 अधिकारी जो बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित हैं, इनमें से 17 अधिकारी संक्रमित हैं। सभी के ठीक व स्वस्थ होने के बाद हम आपस में चर्चा करके मुख्यमंत्री से संवाद करेंगे। इसके बाद ही कुछ निर्णय लिया जाएगा। सीबीएसई बोर्ड में 10 से 15 लाख विद्यार्थी बैठते हैं। यूपी बोर्ड दुनिया का सबसे बड़ा बोर्ड है जिसमें 55-56 लाख विद्यार्थी बैठते हैं। परीक्षा की तैयारियों की मॉनिटरिंग चल रही थी। मुख्यमंत्री खुद परीक्षा की तैयारियों की मॉनिटरिंग कर रहे थे।

UP Board Exam 2021 Dates : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की 2021 की परीक्षा निरस्त, जुलाई में हो सकती है इंटर की परीक्षा।


UP Board Exam 2021 Dates उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2021 की कक्षा दस की परीक्षा को निरस्त करने के साथ ही सरकार ने कक्षा-12 की परीक्षा कराने की योजना भी बना ली। 6 7 8 9 व 11 के छात्रों को भी प्रोन्नत करने का निर्णय लिया।


लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस संमक्रण की सेकेंड स्ट्रेन के कारण उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल की परीक्षा को निरस्त कर दिया है। सरकार ने प्रदेश में परिस्थितियां अनुकूल होने पर जुलाई के दूसरे सप्ताह से इंटरमीडिएट की परीक्षा को कराने की योजना भी बनाई है।

प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि सरकार ने मंथन के बाद 2021 की हाईस्कूल की परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2021 की कक्षा दस की परीक्षा को निरस्त करने के साथ ही सरकार ने कक्षा-12 की परीक्षा को कराने की योजना भी बना ली है। प्रदेश के माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के कहर के कारण आगे की परिस्थितियां अनुकूल होने पर वर्ष 2021 की कक्षा 12 की परीक्षा का आयोजन कराया जाएगा। इसके लिए हमने योजना तैयार की है और जुलाई के द्वितीय सप्ताह में इसका आयोजन भी प्रस्तावित है। कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा में परीक्षा अवधि को डेढ़ घंटा रखा जाएगा। इसमें परीक्षार्थियों को मात्र तीन प्रश्न का उत्तर देना पड़ेगा। इसके साथ ही समस्त बोर्ड के सभी स्कूलों के कक्षा 6, 7, 8, 9 एवं 11 के छात्रों को भी सरकार ने प्रोन्नत करने का भी निर्णय कर लिया है।

उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्तर पर लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय की शनिवार को घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लाखों छात्र-छात्राओं की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है, इसके साथ ही सरकार उनके पठन-पाठन की भी व्यवस्था कर रही है। हमने बेसिक के साथ ही अन्य क्लास के भी बच्चों के लिए ऑनलाइन शिक्षा का इंतजाम किया है। सरकार अब हाईस्कूल के 29,94312 बच्चों को कक्षा 11 में प्रोन्नत करने की प्रक्रिया में लगी है। शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इस बड़े अभियान में लगे हैं। इसके साथ ही हम लोग इंटर के 26,30,216 छात्र-छात्राओं के भविष्य को देखते हुए उनकी परीक्षा कराने पर तैयार हैं। इनको आगे उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए अलग-अलग विधा का चयन करना होगा, इसी कारण इनकी परीक्षा जरूरी है। हम परीक्षा में भी इनको पांच के स्थान पर तीन ही प्रश्न करने के लिए देंगे। परीक्षा का समय भी मात्र डेढ़ घंटा का ही होगा। सभी परीक्षा केंद्रों पर सैनिटाइगेशन होगा और शारीरिक दूरी का भी पूरा इंतजाम किया जाएगा।


यूपी बोर्ड : इंटर के 70 प्रतिशत कोर्स की डेढ़ घंटे में होगी परीक्षा

सरकार ने इंटर के 26 लाख से अधिक छात्र छात्राओं की परीक्षा जुलाई के दूसरे सप्ताह से कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए पैटर्न भी बदला जाएगा। बोर्ड ने पिछले साल पाठ्यक्रम 30 प्रतिशत कम कर दिया था। बचे हुए 70 फीसदी कोर्स की परीक्षा महज डेढ़ घंटे में कराई जाएगी।

प्रायोगिक परीक्षाएं दूसरी लहर आने के पहले ही हो चुकी है। इस बार बच्चों के पास प्रश्नों के अधिक विकल्प होंगे। उदाहरण के तौर पर पहले 10 में से पांच प्रश्न हल करना होता था तो इस साल तीन प्रश्न ही करना होगा। हालांकि कुछ लोग इस निर्णय के पक्ष में नहीं थे। उनका तर्क है कि जब बच्चे परीक्षा केंद्र तक जाएंगे ही तो डेढ़ घंटे की परीक्षा कराने का क्या औचित्य है।

बोर्ड ने पहले ही पाठ्यक्रम घटा दिया है। ऐसे में प्रश्नों की संख्या घटाने से बच्चे का मूल्यांकन सही से नहीं हो सकेगा। वैसे इंटर की परीक्षा का प्रारूप तय करने के लिए बोर्ड के पास अभी पर्याप्त समय है।

इंटर का परिणाम सितंबर मध्य से पहले आने की संभावना नहीं है। जुलाई के दूसरे सप्ताह में परीक्षा शुरू होने के बाद 15 कार्यदिवस में पूरी होगी। साफ है कि जुलाई परीक्षा कराने में ही निकल जाएगा। उसके बाद 15 दिन कॉपियों के मूल्यांकन में लगता है। उसके बाद कम से कम एक महीने परिणाम तैयार करने में लगेंगे। ऐसे में सितंबर दूसरे सप्ताह से पहले इंटर का रिजल्ट आना मुश्किल है।

यूपी बोर्ड : फेल हुए चार लाख से ज्यादा छात्र भी 11वीं में पहुंचेंगे।

प्रयागराज : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा 2021 के लिए पंजीकृत तकरीबन 30 लाख छात्र छात्राओं को प्रोन्नत करने के सरकार के निर्णय से उन्हें भी लाभ होगा जो पिछली परीक्षाओं में सफल नहीं सके थे। अकेले 2020 की परीक्षा में 4.62 लाख विद्यार्थी अनुत्तीर्ण थे। इनमें से अधिकांश ने इस साल की परीक्षा के लिए आवेदन किया था ।

यही नहीं जो बच्चे सख्ती के डर से परीक्षा छोड़ देते थे वे भी 11वीं में प्रोन्नत हो जाएंगे। पिछले साल 2772656 परीक्षार्थी 10वीं की परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। इनमें से 2309802 पास हुए।

कुल 462854 परीक्षार्थी उत्तीर्ण नहीं हो सके थे। जबकि हाईस्कूल परीक्षा के लिए पंजीकृत 3024480 छात्र, छात्राओं में से 251824 ने परीक्षा छोड़ दी थी । परीक्षा नहीं होने के कारण ऐसे परीक्षार्थी भी पास हो जाएंगे। बच्चों को प्रमोट करने के निर्णय से स्कूलों में प्रवेश का रास्ता भी खुल गया है।


सीआईएससीई ने 12 वीं प्री बोर्ड के अंकों का ब्योरा मांगा

लखनऊ : यूपी बोर्ड की तर्ज पर काउंसिल फॉर द इंडियन सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने 12 वीं कक्षा के छात्रों के इसी साल हुए 12 वीं अर्द्धवार्षिक परीक्षा, प्री बोर्ड और 11 वीं के के अर्द्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाओं के अंक मांग लिए है।

30 लाख हाईस्कूल परीक्षा 2021 में पंजीकृत छात्रों को प्रोन्नत करने का फैसला किया है उत्तर प्रदेश सरकार ने

2.5 लाख से ज्यादा हाईस्कून के उन छात्रों को भी फैसले से होगा लाभ जिन्होने बोर्ड परीक्षा छोड़ दी थी।



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