च्वाइस लॉक करवाने के लिए विद्यार्थियों पर डाल रहे दबाव, पोल खुली तो कोआर्डिनेटर ने लगाई फटकार
जागरण
संवाददाता, लखनऊ : सर मैं जो कॉलेज भरना चाहती हूं वह च्वाइस में दिखाई
नहीं दे रहा। प्लीज मेरी हेल्प कीजिए। बीएड के राज्य कोआर्डिनेटर प्रो.
वाईके शर्मा के पास जब यह फोन आया तो उन्होंने तत्काल उपलब्ध सीटों व
कॉलेजों का ब्योरा ऑनलाइन खोला। देखा तो वह निजी कॉलेज उसमें दर्शाया जा
रहा था। जब उन्होंने कंट्रोल रूम से पलटकर उस नंबर पर कॉल की तो वह लड़की
सिर्फ नाम ही बता पा रही थी न तो रजिस्ट्रेशन नंबर न ही जन्मतिथि।
शक
होने पर उन्होंने तत्काल लड़की की डिटेल खंगाली और उसे फोन घुमाया तो उनके
भी होश उड़ गए। लड़की ने बताया कि उसने अपने मनपसंद एक निजी कॉलेज की सलाह
पर ही दाखिला लेने का फैसला किया है और कंट्रोल रूम में कॉलेज नुमाइंदगी कर
रही एक लड़की फोन कर रही थी। उन्होंने तत्काल उस लड़की को डांट लगाई और
कॉलेज वालों को भी सख्त चेतावनी दी।
बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के राज्य कोआर्डिनेटर प्रो. वाईके शर्मा कहते हैं कि जिस लड़की की च्वाइस में वह कॉलेज इसलिए नहीं दिख रहा था क्योंकि छात्र ने अपने जेंडर में पुरूष भर रखा था और वह गल्र्स कॉलेज था। उन्होंने जेंडर को दुरूस्त करने के बाद छात्र को दोबारा फोन कर काउंसिलिंग की और समझाया कि वह निजी कॉलेजों के झांसे में न आएं और खुद सोच-विचार कर दाखिला लें। निजी कॉलेज को सख्त चेतावनी दी।
बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के राज्य कोआर्डिनेटर प्रो. वाईके शर्मा कहते हैं कि जिस लड़की की च्वाइस में वह कॉलेज इसलिए नहीं दिख रहा था क्योंकि छात्र ने अपने जेंडर में पुरूष भर रखा था और वह गल्र्स कॉलेज था। उन्होंने जेंडर को दुरूस्त करने के बाद छात्र को दोबारा फोन कर काउंसिलिंग की और समझाया कि वह निजी कॉलेजों के झांसे में न आएं और खुद सोच-विचार कर दाखिला लें। निजी कॉलेज को सख्त चेतावनी दी।
वहीं इसी तरह का एक अन्य मामला बुधवार को राजधानी में आर्ट्स
कॉलेज में काउंसिलिंग करवाने आई एक अन्य छात्र शीलू पाठक ने लिखित शिकायत
की कि राजधानी के एक निजी बीएड कॉलेज ने उस पर अपने कॉलेज च्वाइस भरने का
दबाव डाला। यही नहीं इस निजी कॉलेज का एक शिक्षक सईद वहां पर ड्यूटी पर भी
तैनात है। लखनऊ विश्वविद्यालय के आर्ट्स कॉलेज में बनाए गए काउंसिलिंग
केंद्र पर वह मंगलवार को काउंसिलिंग करवाने आई थी। बुधवार को छात्र द्वारा
लिखित शिकायत होने के बाद अब छात्र को दोबारा च्वाइस भरने का मौका दिया जा
रहा है। उसकी पहली सभी च्वाइस रद कर दी गई हैं। बीएड के राज्य कोआर्डिनेटर
प्रो. वाईके शर्मा कहते हैं कि बीएड काउंसिलिंग के काम में राजधानी के
सरकारी व सहायता प्राप्त डिग्री कॉलेजों के अलावा कुछ निजी
डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों को भी डयूटी पर लगाया गया है। फिलहाल मामले का
खुलासा होने के बाद अब इस आरोपी शिक्षक को कंप्यूटर कार्य से
हटाकर दूसरे कार्य में लगा दिया गया है। जहां एक ओर बीएड की काउंसिलिंग में
सीटें भरना मुश्किल हो रहा है वहीं निजी डिग्री कॉलेज अपनी एक-एक सीट भरने
के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।


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