हरदोई नगर के आसपास ब्लाकों के परिषदीय विद्यालयों में नियुक्त शिक्षकों के लिए बुरी खबर है। ग्रामीण क्षेत्रों में तैनाती के बाद भी शहरी क्षेत्र का मकान किराया भत्ता लेने की बात आडिट में पकड़े जाने के बाद वित्त नियंत्रक के पत्र पर धनराशि वसूली की कार्रवाई शुरू हुई है। 2007-08 व 2008-09 में प्रति माह अधिक लिया गया किराया भत्ता वसूला जाएगा। आडीटरों ने टड़ियावां विकास खंड के शिक्षकों पर चार लाख 89 हजार 36 रुपये की वसूली निकाली थी। जिसके आधार पर सुरसा, अहिरोरी व बावन विकास खंड के शिक्षकों से भी अधिक किराया भत्ता वसूली का आदेश दिया गया है। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को उनके मूल वेतन के अनुसार मकान किराया भत्ता दिया जाता है जो ग्रामीण व नगर क्षेत्रों का अलग अलग होता है। जानकारों के अनुसार टड़ियावां, अहिरोरी, सुरसा और बावन विकास खंडों में तैनात शिक्षकों को निर्धारित किमी की दूरी पर शहरी क्षेत्र का किराया भत्ता दिया जाता है। हर साल होने वाले स्थानीय निकायों के आडिट में सभी जांच होती है। आडिट में वर्ष 2007-08 और 2008-09 में अधिक किराया भत्ता लेने की बात पकड़ में आई थी। वित्त नियंत्रक इलाहाबाद की तरफ से जारी फरमान के साथ भेजी गई आडिट आपत्ति में बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात शिक्षकों को जिनका विकास खंड क्षेत्र भी ग्रामीण क्षेत्र में स्थित है, उन्हें मुख्यालय हरदोई की अनुमन्य दरों पर किराया भत्ता दिया गया। टड़ियावां विकास खंड के किराए भत्ते की गणना की गई जो कि 4 लाख 89 हजार 360 पाई गई। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि टड़ियावां विकास खंड से वसूली भी हो चुकी है। अब इसी प्रकार के गृह किराया भत्ते के अधिक भुगतान के प्रकरण विकास खंड सुरसा, बावन और अहिरोरी में भी मौजूद हैं। जिनकी विभागीय गणना करा वसूली आपेक्षित है। इस पत्र के आधार पर अब वसूली की कार्रवाई शुरू हो रही है। वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा हरदोई ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को वित्त नियंत्रक के पत्र पर आवश्यक कार्रवाई के लिए लिखा है जिसके आधार पर आडिट आपत्तियों का निस्तारण कर आला अधिकारियों को सूचना भेजी जाएगी। बीएसए मसीहज्जमा सिद्दीकी ने बताया कि पत्र का परीक्षण कर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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