लखनऊ : शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत गरीब बच्चों
का नर्सरी व कक्षा एक में निश्शुल्क दाखिला न लेने वाले 21 स्कूलों को
नोटिस जारी किया गया है। इन्हें दो दिन का अल्टीमेटम दिया गया है कि यह
दाखिला कर लें, अगर यह ऐसा नहीं करेंगे तो इनके खिलाफ नियमानुसार कानूनी
कार्रवाई की जाएगी। डीएम राजशेखर के निर्देश पर बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी
की ओर से इन सभी स्कूलों को नोटिस जारी कर दिया गया है। वहीं छह स्कूल ऐसे
हैं, जिन्होंने आरटीई से दाखिला देने में सबसे ज्यादा तत्परता दिखाई है। इन
सभी स्कूलों की पीठ ठोंककर उन्हें शाबाशी दी गई है।
आरटीई के तहत दाखिला न लेने व शिथिलता बरतने वाले जिन 21 स्कूलों को नोटिस जारी की गई है उनमें सिटी मांटेसरी स्कूल (सीएमएस) ने 58 बच्चों में से किसी को भी प्रवेश नहीं दिया है। न्यू वे स्कूल ने 12 बच्चों में से किसी को भी प्रवेश नहीं दिया, सेंट्रल एकेडमी ने भी 16 में से जीरो, लखनऊ माडल स्कूल ने 30 में से केवल पांच बच्चों को, नवयुग रेडियंस ने 26 में से केवल दो बच्चों को, ग्रीन वैली स्कूल ने दो में से 0, बाल निकुंज इंटर कॉलेज ने 23 में से सिर्फ 13, स्प्रिंग डेल आशियाना ने 11 में से नौ, स्प्रिंग डेल गोमतीनगर ने एक में से कोई भी नहीं, न्यू पब्लिक देवपुर ने एक में से कोई नहीं, डीपीएस जानकीपुरम ने तीन में से एक, सीआइएस इंदिरानगर ने 14 में से सिर्फ एक व सीआइएस शक्तिनगर ने दो में से एक, जयपुरिया स्कूल में 12 में से सिर्फ चार बच्चों को, स्काई पब्लिक इंटर कॉलेज ने तीन बच्चों में से किसी को भी नहीं, रिंगिंग बेल स्कूल ने एक में से जीरो, वैभव एकेडमी ने तीन में से जीरो, आलमाइटी स्कूल गोमतीनगर ने सात में से जीरो, आलमाइटी स्कूल खदरा ने 34 में से 27, डायमंड पब्लिक स्कूल व एलेन हाउस स्कूल ने तीन-तीन विद्यार्थियों में से किसी एक को भी दाखिला नहीं दिया। इन 21 स्कूलों में 261 गरीब बच्चों को दाखिले के लिए भेजा गया था लेकिन उसमें से सिर्फ 54 को ही दाखिले मिले और 207 बच्चे अभी भी चक्कर लगा रहे हैं।
वहीं जिन छह स्कूलों ने आरटीई के तहत गरीब बच्चों को दाखिला देने में सबसे आगे रहे उनमें फरहीन कांवेंट स्कूल हुसैनाबाद ने 109 में से 106 बच्चों को, नेशनल पब्लिक स्कूल खदरा ने 44 में से 41 को, शक्ति बाल विद्यालय गढ़ी कनौरा ने 40 में से 40 बच्चों को, जेएम पब्लिक स्कूल दौलतगंज ने 27 में से 27 बच्चों को, सेंट जोजफ स्कूल ठाकुरगंज ने 22 में से 19 बच्चों को व लखनऊ पब्लिक स्कूल ने 13 में से सभी 13 विद्यार्थियों को दाखिला दिया। डीएम ने इन सभी स्कूलों की सराहना की है।
बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2016-17 में कुल 3804 बच्चों के अभिभावकों ने दाखिले के लिए आवेदन किया। इसमें से 2920 बच्चे पात्र पाए गए और इसमें से अभी तक 1722 बच्चों का एडमिशन हुआ है।
आरटीई के तहत दाखिला न लेने व शिथिलता बरतने वाले जिन 21 स्कूलों को नोटिस जारी की गई है उनमें सिटी मांटेसरी स्कूल (सीएमएस) ने 58 बच्चों में से किसी को भी प्रवेश नहीं दिया है। न्यू वे स्कूल ने 12 बच्चों में से किसी को भी प्रवेश नहीं दिया, सेंट्रल एकेडमी ने भी 16 में से जीरो, लखनऊ माडल स्कूल ने 30 में से केवल पांच बच्चों को, नवयुग रेडियंस ने 26 में से केवल दो बच्चों को, ग्रीन वैली स्कूल ने दो में से 0, बाल निकुंज इंटर कॉलेज ने 23 में से सिर्फ 13, स्प्रिंग डेल आशियाना ने 11 में से नौ, स्प्रिंग डेल गोमतीनगर ने एक में से कोई भी नहीं, न्यू पब्लिक देवपुर ने एक में से कोई नहीं, डीपीएस जानकीपुरम ने तीन में से एक, सीआइएस इंदिरानगर ने 14 में से सिर्फ एक व सीआइएस शक्तिनगर ने दो में से एक, जयपुरिया स्कूल में 12 में से सिर्फ चार बच्चों को, स्काई पब्लिक इंटर कॉलेज ने तीन बच्चों में से किसी को भी नहीं, रिंगिंग बेल स्कूल ने एक में से जीरो, वैभव एकेडमी ने तीन में से जीरो, आलमाइटी स्कूल गोमतीनगर ने सात में से जीरो, आलमाइटी स्कूल खदरा ने 34 में से 27, डायमंड पब्लिक स्कूल व एलेन हाउस स्कूल ने तीन-तीन विद्यार्थियों में से किसी एक को भी दाखिला नहीं दिया। इन 21 स्कूलों में 261 गरीब बच्चों को दाखिले के लिए भेजा गया था लेकिन उसमें से सिर्फ 54 को ही दाखिले मिले और 207 बच्चे अभी भी चक्कर लगा रहे हैं।
वहीं जिन छह स्कूलों ने आरटीई के तहत गरीब बच्चों को दाखिला देने में सबसे आगे रहे उनमें फरहीन कांवेंट स्कूल हुसैनाबाद ने 109 में से 106 बच्चों को, नेशनल पब्लिक स्कूल खदरा ने 44 में से 41 को, शक्ति बाल विद्यालय गढ़ी कनौरा ने 40 में से 40 बच्चों को, जेएम पब्लिक स्कूल दौलतगंज ने 27 में से 27 बच्चों को, सेंट जोजफ स्कूल ठाकुरगंज ने 22 में से 19 बच्चों को व लखनऊ पब्लिक स्कूल ने 13 में से सभी 13 विद्यार्थियों को दाखिला दिया। डीएम ने इन सभी स्कूलों की सराहना की है।
बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2016-17 में कुल 3804 बच्चों के अभिभावकों ने दाखिले के लिए आवेदन किया। इसमें से 2920 बच्चे पात्र पाए गए और इसमें से अभी तक 1722 बच्चों का एडमिशन हुआ है।
No comments:
Write comments