बच्चों में सफाई के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने एवं अध्यापकों को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार व राज्य सरकार के संयुक्त तत्वावधान में स्वच्छ भारत मिशन के तहत सबसे साफ- सुथरे देश के सौ विद्यालयों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके लिए पूरे देश भर के परिषदीय विद्यालयों से आनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। इस संबंध में जानकारी देने के लिए सोमवार को बरियाघाट स्थित बीएसए कार्यालय में कार्यशाला का आयोजन कर खंड शिक्षाधिकारी व जिला समन्वयकों को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षकों ने कहा कि इस योजना के तहत निर्धारित वेबसाइट पर 12 अगस्त तक आनलाइन आवेदन किया जा सकता है और हर विद्यालय को इसमें भाग लेना अनिवार्य है। इस आनलाइन आवेदन में कई ¨बदुओं पर आवेदक विद्यालय को जानकारी देनी होगी। उसी के आधार पर विद्यालय का वर्गीकरण निर्धारित किया जाएगा और पुरस्कार के लिए नामावली बनायी जाएगी। कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए डीसी प्रशिक्षण अजय श्रीवास्तव ने बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से खंड शिक्षाधिकारियों को योजना की पूरी जानकारी दी गई है। वे अपने क्षेत्र में जाकर एबीआरसी और एनपीआरसी के माध्यम से सभी विद्यालयों को जानकारी देकर इस पुरस्कार के लिए आवेदन कराएंगे।
आवेदन के तहत दी जाने वाली जानकारी-प्रत्येक विद्यालय आवेदन करते समय विद्यालय में शौचालय की स्थिति, हैंडवाश, साफ- सफाई व बच्चों के व्यवहार शामिल हैं। उनके आस पास का पर्यावरण कैसा है। विद्यालय के रखरखाव की स्थिति आदि चीजें शामिल हैं। इन सबके आधार पर ही विद्यालय की स्वच्छता का आकलन किया जाएगा।
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