’2009आयोग ने वीसी में दिए इलेक्शन मोड में आने के निर्देश ’2009वर्नेबिलिटी मै¨पग के लिए बनेंगे सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट
आगामी विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल-इंडिया के नारे के साये में होना तय है। आयोग ने चुनाव के लिए अभी से हाईटेक व्यवस्थाओं के संकेत देना शुरू दिए हैं। गुरुवार को हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान केंद्रीय निर्वाचन आयोग के उपायुक्त उमेश सिन्हा ने सभी बूथों को गूगल अर्थ पर चिह्नित करने के लिए मतदान केंद्रों की मै¨पग कराने के आदेश दे दिए हैं। वीसी के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों को इलेक्शन मोड में आने के संकेत दिए गए। मतदान केंद्रों की संवेदनशीलता निर्धारण को जोनल-सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की तैयारी के भी निर्देश दिए गए।
निर्वाचन आयोग के उपायुक्त ने प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी. वैंकटेश के साथ जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के अलावा सभी एसडीएम, तहसीलदार व खंड विकास अधिकारियों को भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान सूचना विज्ञान अधिकारी से मतदान केंद्रों की गूगल अर्थ पर मै¨पग कराने में तकनीकी सहयोग दिए जाने की अपेक्षा की गई।
अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि संवेदनशील बूथों की सूची तैयार कर ली जाए। ऐसे बूथों को विशेष रूप से चिह्नित किया जाए जहां पर कमजोर वर्ग के मतदाताओं को वोट डालने से किसी के द्वारा रोके जाने की आशंका हो। इसके लिए अभी से सेक्टर-जोनल मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी जाए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी संयुक्त रूप से जांच कर बूथों की वर्नेबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर लें।
बीएसएनएल से कनेक्टिविटी की रिपोर्ट तलब1जिलाधिकारी ने हर बूथ पर मोबाइल जीपीआरएस (जनरल पैकेट रेडियो सर्विस) नेटवर्क की उपलब्धता के बारे में बीएसएनएल अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है। निर्वाचन कार्यालय की ओर से बीएसएनएल के अधिकारियों को मतदान केंद्रों की सूची उपलब्ध करा दी गई है। दूरसंचार विभाग को एक सप्ताह के भीतर सभी मतदान केंद्रों पर नेटवर्क की उपलब्धता के बारे में सूचना उपलब्ध करानी है। इसके बाद आवश्यकतानुसार नवीन मोबाइल टॉवरों की स्थापना पर भी विचार किया जाएगा
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