बीएसए के आदेश को जिले के कई ब्लॉकों के खंड शिक्षा अधिकारी हवा में उड़ा रहे हैं। मूल विद्यालयों में तत्काल प्रभाव से वापसी के आदेश के बावजूद सह समन्वयकों को ब्लॉक संसाधन केन्द्रों से कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है। बीईओ के इस रवैये से जहां कुछ एबीआरसीसी अंदरखाने खुश हैं तो वहीं स्कूल जाने की चाहत रखने वाले एबीआरसीसी निराश हैं। बीएसए ने बीईओ से कार्यमुक्त होने वाले सह समन्वयकों का ब्यौरा तलब किया है।
शासन के आदेश को देखते हुए बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह ने गत 11 नवंबर को एक आदेश जारी करते हुए कहा था कि तत्काल प्रभाव से सभी सह समन्वयकों को उनके मूल विद्यालय भेजा जाता है। आदेश जारी होने के अगले दिन गुरुनानक जयंती का अवकाश होने के कारण माना जा रहा था कि बुधवार को एबीआरसीसी ब्लॉक संसाधन केन्द्रों से कार्यमुक्त होकर अपने विद्यालय में हाजिरी देंगे लेकिन अधिकांश ब्लॉकों में ऐसा नहीं हुआ। गुरुवार को भी ब्लॉकों से एबीआरसीसी को कार्यमुक्त नहीं किया गया। बीईओ एबीआरसीसी की विद्यालय वापसी में बाधा बन रहे हैं। वे नहीं चाहते हैं कि बाबूगिरी का काम कर रहे एबीआरसीसी की जल्द मूल विद्यालय वापसी कराई जाए। स्कूलों की बजाए ब्लॉकों में मौज कर रहे कुछ एबीआरसीसी खंड शिक्षा अधिकारियों के इस रवैये से खुश हैं तो कई एबीआरसीसी ऐसे भी हैं बीआरसी से जल्द छुटकारा चाहते हैं लेकिन बीईओ आनाकानी कर रहे हैं।
बीएसए बीईओ से लेंगे फीडबैक
बताया जा रहा है कि बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह जल्द ही खंड शिक्षा अधिकारियों से इस तथ्य का फीडबैक लेंगे कि बीआरसी से सभी एबीआरसीसी को कार्यमुक्त कर मूल विद्यालयों में भेजा गया या नहीं। स्कूलों में कार्यभार ग्रहण आख्या भी तलब की जा सकती है। आदेश का अनुपालन न होने पर बीईओ को जवाबदेह भी बनाया जा सकता है।
आदेश की उड़ाई धज्जियां
◆ ' बीएसए ने सभी एबीआरसीसी की मूल विद्यालयों में की थी वापसी
◆ ' कई ब्लॉकों में अब भी अपने स्कूल नहीं पहुंचे एबीआरसीसी
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