DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Wednesday, May 13, 2020

एनसीईआरटी ने देशभर में तैनात किए करीब 300 काउंसलर, बच्चों को तनाव से बचने की बड़ी कवायद

पहल : एनसीईआरटी ने देशभर में तैनात किए करीब 300 काउंसलर, बच्चों को तनाव से बचने की बड़ी कवायद



नई दिल्ली : लॉकडाउन के चलते डेढ़ महीने से भी ज्यादा समय से घरों में बैठे बच्चों पर पढ़ाई और परीक्षाओं को लेकर किसी भी तरह का तनाव हावी न हो, इसके लिए एनसीईआरटी ने एक बड़ी पहल की है। इसके तहत देशभर में करीब 300 रीजन में करीब 75 काउंसलरों की अलग-अलग क्षेत्रों में स्थानीय टीम को लगाया गया है। वहीं नॉर्थ स्तर पर बोली जाने या समझी जाने वाली भाषाओं से जुड़े काउंसलरों को रीजन में 56, वेस्ट रीजन में 42, ईस्ट रीजन में 48, साउथ रीजन में प्रमुखता से रखा गया है। 



बता दें कि बच्चों की मदद के 43 और नार्थ-ईस्ट रीजन में 18 काउंसलरों की तैनाती की गई है साथ लिए काउंसलरों की नियुक्ति करने ही एनसीईआरटी ने अपने पोर्टल पर की यह पहल उस समय शुरू की गई अनुभवी काउंसलरों की एक टीम इन सभी के फोन नंबर और ई-मेल है, जब हाल ही में मानव संसाधन तैनात की गई है जो बच्चों को इस भी जारी किए हैं। इनके जरिये कोई विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक दौर में पैदा होने वाले सभी तनावों से निकलने का रास्ता सुझाएगी। साथ भी छात्र या अभिभावक सीधे ही फोन की छात्रों और अभिभावकों के साथ होने वाली चर्चा में पढ़ाई और भविष्य को लेकर तनाव भरे बड़ी संख्या में सवाल आए थे। 


इनमें से कई सवालों करके मदद ले सकेंगे। खास बात यह ही यह भी बताएगी कि वे क्या करें है कि इनमें ऐसे काउंसलर रखे गए जिससे उन पर इस तरह का कोई हैं जो हिंदी, अंग्रेजी के साथ गुजराती तनाव हावी नहीं हो सके। फिलहाल छात्रों के लिए यह सुविधा मुफ्त है। उर्दू, राजस्थानी, मैथली, उड़िया, का जवाब खुद निशंक ने भी देकर पंजाबी, तमिल, असमी और बंगाली मानव संसाधन विकास मंत्रालय जैसी भाषाओं को भी जानते हैं। की पहल पर एनसीईआरटी की एनसीईआरटी से जुड़े अधिकारियों ओर से शुरू की गई मुहिम के तहत के मुताबिक काउंसलिंग के दौरान काउंसलरों की तैनाती रीजन के छात्रों के साथ अभिभावकों से भी आधार पर की गई है। अकेले दिल्ली बातचीत करनी पड़ती है, ऐसे में उनकी चिंताओं को खत्म करने की कोशिश की थी। इनमें से कई छात्रों ने स्कूलों औरशैक्षणिक संस्थानों के बंद होने से आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रभावित होने को लेकर भी चिंता जताई थी। 

No comments:
Write comments