आसार : अगले शैक्षिक सत्र पर भी कोरोना का साया, बोर्ड परीक्षाएं देरी से होने के कारण प्रभावित होगी पढ़ाई
प्रयागराज : कोरोना का साया अगले शैक्षिक सत्र 2021-22 पर भी रहेगा। महामारी के कारण देर से हो रही बोर्ड परीक्षाओं के कारण छात्र- छात्राओं को अगले सत्र का कोर्स कवर करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। अधिक परेशानी 10वीं पास कर 11वीं में जाने वाले बच्चों को होगी। अब तक सीबीएसई ने ही अपना परीक्षा कार्यक्रम घोषित किया है । परीक्षाएं 4 मई से शुरू होकर 10 जून तक चलेंगी और परिणाम 15 जुलाई को संभावित है। इन्हीं तारीखों के आसपास यूपी बोर्ड और सीआईएससीई की 10वीं- 12वीं की परीक्षाएं संभावित हैं। साफ है कि 11वीं के लाखों बच्चों की तीन साढ़े महीने की पढ़ाई प्रभावित होगी। क्योंकि 2021-22 का सत्र एक अप्रैल से शुरू हो जाएगा। बोर्ड परीक्षाओं के देर तक चलने और शिक्षकों के व्यस्त होने के कारण दूसरे क्लास के बच्चों को भी कठिनाई हो सकती है ।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर भी पड़ेगा असर : 12वीं के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। इस साल मई-जून में बोर्ड परीक्षा के साथ अगर इंजीनियरिंग और मेडिकल की परीक्षाएं पड़ती है तो बच्चों के लिए मैनेज करना चुनौती होगी।
चिंता
▪️10वीं पास कर 11वीं में जाने वाले छात्रों के लिए चुनौती
▪️एक अप्रैल से शुरू होगा सत्र, जुलाई में आएगा परिणाम
▪️ तीन महीने की पिछड़ी पढ़ाई कवर करना होगा मुश्किल
निश्चित रूप से कोरोना के कारण बोर्ड परीक्षाओं में देरी हुई है ।लेकिन मैं समझती हूं कि बच्चों की पढ़ाई पर बहुत अधिक फर्क नहीं पड़ेगा। नई शिक्षा नीति कहती है जो बच्चा जिस विषय में रुचि रखता है उसे पढ़े, तो परीक्षा के नंबरों का इंतजार क्यों करना।
-रविन्दर बिरदी
प्रधानाचार्य श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल
इस साल कोरोना के कारण पढ़ाई का बहुत नुकसान हुआ। अगले साल भी इसका असर रहेगा। बोर्ड परीक्षा के कारण पढ़ाई प्रभावित होने पर एक्स्ट्रा क्लास से कवर करने की कोशिश की जाएगी। -डॉ. आरडी शुक्ला, प्रधानाचार्य अभिनव विद्यालय दांदूपुर
अगले सत्र की पढ़ाई पर तो असर पड़ेगा। लेकिन हमारी प्राथमिक इस साल बोर्ड परीक्षा अच्छे से दिलाना है। वैसे भी स्कूल न खुलने के कारण काफी नुकसान हो चुका है।-मनोज यादव, अभिभावक
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