रोजगारपरक शिक्षा से भी जुड़ेंगे पीएम श्री विद्यालय
लखनऊः स्कूल सिर्फ पढ़ाई का स्थान नहीं, बल्कि भविष्य के रोजगार और नवाचार की प्रयोगशाला बन रहे हैं। प्रदेश के चयनित राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को 'पीएम श्री विद्यालय' के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां शिक्षा को रोजगार, तकनीक और व्यवहारिकता से जोड़ा जा रहा है। इन विद्यालयों में बच्चे किताबों के साथ-साथ कोडिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कृषि, हस्तकला और उद्यमिता जैसी व्यावहारिक दक्षताएं भी सीखेंगे।
केंद्र और राज्य सरकार संयुक्त रूप से इन विद्यालयों को उत्कृष्ट शिक्षण संस्थानों के रूप में विकसित कर रही हैं। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सभी जिलों में पीएम श्री विद्यालयों की प्रगति की निगरानी तेज कर दी है ताकि इन्हें पूरी तरह राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप संचालित किया जा सके।
प्रदेश में फिलहाल 157 राजकीय विद्यालयों को पीएम श्री योजना के तहत चयनित किया गया है। इन विद्यालयों को 'ग्रीन स्कूल' के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ विकास को शिक्षा का अभिन्न हिस्सा बनाया गया है। विद्यालयों में वर्षा जल संचयन, सौर ऊर्जा संयंत्र, ठोस एवं द्रव्य अपशिष्ट प्रबंधन, जैविक खेती, किचन गार्डन और प्लास्टिक मुक्त परिसर जैसी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
इन नवाचारों से विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के जिम्मेदार उपयोग की व्यावहारिक जानकारी मिलेगी। साथ ही, स्किल आधारित शिक्षा के जरिए उनका व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और सोचने की क्षमता भी मजबूत होगी। पीएम श्री विद्यालय आने वाले समय में न सिर्फ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के केंद्र बनेंगे, भविष्य के स्किल इंडिया की मजबूत नींव भी रखेंगे।
लखनऊ । प्रदेश के 157 सरकारी विद्यालय पीएम श्री योजना के माध्यम से ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किए जाएंगे। इसमें चयनित विद्यालयों में पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ विकास को शीर्ष प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य सरकार केंद्र के सहयोग से इन विद्यालयों को उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान के रूप में विकसित करेगी।
इन विद्यालयों में वर्षा जल संचयन, सौर ऊर्जा संयंत्र, ठोस एवं द्रव्य अपशिष्ट प्रबंधन, जैविक खेती, किचन गार्डन और प्लास्टिक मुक्त परिसर जैसे कार्यों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इससे छात्रों को पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के जिम्मेदार उपयोग की व्यावहारिक जानकारी मिलेगी।
इन विद्यालयों में विद्यार्थियों के कौशल विकास पर भी विशेष बल दिया जाएगा। साथ ही बच्चों को डिजिटल स्किल्स, व्यावहारिक विज्ञान, कृषि, हस्तकला, कोडिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और उद्यमिता जैसे विषयों से भी जोड़ा जाएगा।
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सभी जिलों में पीएम श्री विद्यालयों की प्रगति की निगरानी तेज कर दी है, ताकि इन्हें पूरी तरह राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप संचालित किया जा सके।
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