शिक्षा क्षेत्र बीकापुर का महावा एक ऐसा जूनियर विद्यालय है जहां पिछले एक महीने से मध्यान्ह भोजन बना ही नहीं। दिनभर बच्चे भूखे रहते हैं। बावजूद भोजन बनवाने के लिए जिम्मेदार ग्राम प्रधान व शिक्षकों को इसकी रंच मात्र चिंता नहीं हैं। यहां एमडीएम न बनने के पीछे प्रधान, शिक्षक व कोटेदार में आपसी खींचतान बताया जाता है। ग्राम प्रधान अशोक वर्मा ने बताया कि कोटेदार द्वारा अभी तक राशन ही नहीं दिया गया है जिसकी शिकायत खण्ड शिक्षा अधिकारी से की गयी है। जबकि कोटेदार देवी प्रसाद ने बताया कि राशन दिया गया है। भोजन न बनवाने की बात प्रधान और अध्यापक जानें। इधर जूनियर हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक राजेश वर्मा ने बताया कि कन्वर्जन कास्ट और राशन के अभाव में मध्यान्ह भोजन नहीं बन रहा है । उन्होंने बताया कि प्रधान की रूचि नहीं रहती। जिससे और भी परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि पिछले माह जून में उन्होंने अपनी जेब से धनराशि खर्च कर मध्यान्ह भोजन बनवाया था। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना खंड शिक्षा अधिकारी और जिले के प्रभारी मध्यान्ह भोजन को दी गई है। फिर भी अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। कहा कि कोटेदार से 86 किलोग्राम चावल व 46 किलोग्राम गेहूं प्रति माह मिलता रहा। एसडीएम अरुण कुमार मिश्र ने बताया कि प्रकरण उनके संज्ञान में नहीं है।
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