बुधवार को एक बार फिर मिड डे मील का दूध मुसीबत बन गया। गांव अशोकपुर में दूध पीते ही दस बच्चों की तबियत बिगड़ गई। उल्टियां होने के बाद बच्चे बेहोश हो गए। इसके साथ ही महिला रसोइया की भी हालत बिगड़ गई। आनन-फानन में डॉक्टरों की टीम ने बच्चों का इलाज शुरू करवाया। लगभग ढाई घंटे बाद हालात सामान्य हो सके। मध्यान्ह भोजन(मिड डे मील) के मेन्यू के तहत अशोकपुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सुबह नौ बजे दूध वितरित किया गया। पहले रसोइया कलावती ने दूध को टेस्ट किया। बाद में उपस्थित 18 में से नौ छात्रों और एक छात्र ने दूध पिया। कुछ मिनट बाद ही बच्चों और रसोइया की हालत बिगड़ने लगी। पहले चक्कर सा महसूस हुआ, फिर उल्टियां आना शुरू हो गईं। उल्टियां करते-करते बच्चे बेहोश होकर गिरने लगे। स्थिति देखकर शिक्षकों में अफरा-तफरी मच गई। खबर लगते ही अभिभावक व अन्य ग्रामीण स्कूल पहुंचे और खराब दूध बांटने का आरोप लगाते हुए प्रधानाध्यापक मनोज कुमार व अन्य शिक्षकों की घेराबंदी कर ली। स्थिति बिगड़ती देख शिक्षक घेराबंदी से निकलकर भाग निकले।
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