राजधानी के प्राइमरी स्कूल व पूर्व माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अभी तक निश्शुल्क किताबों का वितरण नहीं किया गया है। किताबें न बंटने के कारण पढ़ाई पूरी तरह चौपट हो गई है। विद्यार्थियों को उनके स्कूल में सीनियर कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की पुरानी किताबों से किसी तरह पढ़ाई करवाई जा रही है। अभी जिले में सिर्फ कक्षा एक के विद्यार्थियों की किताबें ही बंटने के लिए पहुंच पाई हैं। बाकी कक्षाओं की किताबें कब बंटेगी यह अधिकारी भी नहीं बता पा रहे हैं।
बीकेटी ब्लॉक में भी किताबों का टोटा बख्शी का तालाब ब्लॉक के स्कूलों में किताबें न बंटने के कारण पढ़ाई पूरी तरह हाशिए पर है। यहां प्राइमरी स्कूल रामपुर देवरई में कक्षा एक से लेकर कक्षा पांच तक कुल 84 विद्यार्थी पढ़ते हैं, लेकिन अभी तक किसी को किताबें नहीं बंटी। बुधवार को यहां पर 49 विद्यार्थी मौजूद थे, जो फटी-पुरानी किताबों से मजबूरन पढ़ाई कर रहे थे। प्रधानाध्यापक आशा ने बताया कि किताबें कब मिलेंगी अभी तक इसकी कोई सूचना विभाग की ओर से नहीं मिली है। इसी तरह प्राइमरी स्कूल बरगदी मगठ में उपस्थित 66 विद्यार्थी भी पुरानी किताबों से ही पढ़ाई करते दिखे। प्रधानाध्यापक आशा यादव ने बताया कि उन्हें अगस्त के पहले सप्ताह में किताबें बांटने की सूचना मिली थी, लेकिन किताबें अभी तक नहीं आई हैं। बच्चों को नहीं मिल सकी किताबें व ड्रेस मोहनलालगंज के प्राइमरी स्कूल व पूर्व माध्यमिक स्कूलों में भी अभी तक निश्शुल्क किताबों का वितरण नहीं हुआ है। प्राइमरी स्कूल दीवानगंज में विद्यार्थी अभी तक किताब बंटने का इंतजार कर रहे हैं। प्रधानाध्यापक आभा त्रिपाठी कहती हैं कि अभी तक किताबें स्कूल नहीं भेजी गई हैं। प्राथमिक विद्यालय मोहनलालगंज-एक में भी विद्यार्थी किताबें मिलने की राह तक रहे हैं। प्रधानाध्यापक अर्चना सिंह कहती हैं कि अभी तक किताबें वितरित करने के लिए नहीं भेजी गई हैं। ऐसे में पुरानी किताबों से ही पढ़ाई करवाई जा रही है। ब्लाक के दूसरे सभी प्राइमरी स्कूल व पूर्व माध्यमिक स्कूलों का यही हाल है।
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