साल- 2011 में कला वर्ग से टीईटी पास हुए अभ्यर्थियों ने बुधवार को गोरखपुर के शास्त्री चौक पर भीख मांगकर सरकार से सीधी भर्ती की मांग की। उन्होंने कहा कि उनके टीईटी अंकपत्र की वैधता नवम्बर 2016 में खत्म होने वाली है। इसके पहले उनकी भर्ती हो जानी चाहिए।
उनके मुताबिक उच्च परिषदीय विद्यालयों में अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू और सामाजिक अध्ययन के शिक्षकों की सीधी भर्ती न होने के कारण प्रदेश के लगभग चार लाख कला वर्ग के अभ्यार्थियों और उनके परिवारवाले मानसिक पीड़ा के शिकार हैं। पिछले पांच सालों से लगातार उनका आर्थिक शोषण भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हुए लगभग पांच साल से अधिक हो गए। अब तक चार बार कला वर्ग की टीईटी परीक्षा कराई जा चुकी है।
उच्च प्राथमिक स्तर पर भाषा और समाजिक अध्ययन के चार लाख अभ्यर्थियों के पास होने के बावजूद भर्ती नहीं की जा रही है। भिक्षाटन करने वालों में मुख्य रूप से सर्वश्री संजय कुमार, अमित चौधरी,अनवर खां, फईम खां, अभिषेक यादव, तेजपाल सिंह, मुकेश अरोड़ा, अरशद अली शामिल थे।
No comments:
Write comments