DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Monday, November 9, 2020

फतेहपुर : चार ब्लॉक के स्कूलों का होगा कायाकल्प, खनन विभाग के बजट से बदलेगी सूरत, तैयार हो रहा एस्टीमेट।

फतेहपुर : चार ब्लॉक के स्कूलों का होगा कायाकल्प, खनन विभाग के बजट से बदलेगी सूरत, तैयार हो रहा एस्टीमेट।

फतेहपुर : जिले के चार ब्लॉकों के परिषदीय स्कूलों का खनन विभाग के बजट से कायाकल्प कराया जाएगा। धाता, विजयीपुर, असोथर, अमौली ब्लॉक के करीब 800 स्कूलों को इसका लाभ मिलेगा। बेसिक शिक्षा विभाग इन स्कूलों में सुंदरीकरण कराने में आने वाले खर्च का एस्टीमेट तैयार कर रहा है।


जिले में नगर समेत 14 ब्लॉकों में 2650 परिषदीय स्कूल संचालित हैं इनमें धाता, विजयीपुर, असोथर, अमौली ब्लॉक यमुना तटवर्ती क्षेत्र में आते हैं। इन्हीं ब्लॉकों के विभिन्न यमुना घाटों में भारी तादाद में मौरंग खनन होता है। साल में अरबों रुपये मौरंग खनन से शासन को राजस्व मिलता है। मौरंग खनन होने के कारण इन चारों ब्लॉक क्षेत्र की अधिकांश सड़कें सालभर में नष्ट हो जाती हैं। साल में अरबों रुपये राजस्व की अदायगी करने वाले यह चारों ब्लॉक मौरंग खनन से मिलने वाले राजस्व के उपयोग से पूरी तरह से वंचित हैं। इन चारों ब्लाक क्षेत्र में करीब 800 परिषदीय स्कूल हैं। इनमें कुछ स्कूलों का ग्राम पंचायतों ने कायाकल्प कराया दिया है, लेकिन अभी तक बड़ी तादाद में स्कूलों की हालत दयनीय है। ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग ने यमुना तटवर्ती ब्लाकों के परिषदीय स्कूलों का सुंदरीकरण कराने के लिए खनन विभाग का सहारा लेने का निर्णय लिया है।


खनन विभाग के बजट से जरूरत के हिसाब से स्कूलों की रंगाई पुताई, टूटी फूटी मरम्मत, दरवाजे, खिड़की, टाइल्स, पेयजल की व्यवस्था, विद्युतीकरण का काम कराया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग ने इन चारों ब्लाकों के स्कूलों की स्थिति की रिपोर्ट सूचीबद्ध किया है। इसके बाद काम के हिसाब से आने वाले खर्च का एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर यमुना तटवर्ती चार ब्लाकों के स्कूलों का सुंदरीकरण कराने के लिए अनुमानित खर्च का व्योरा तैयार कराया जा रहा है। एस्टीमेट बनाकर खनन विभाग को भेजा जाएगा।

No comments:
Write comments