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Thursday, December 17, 2020

उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड परीक्षा 2021 : मदरसा और स्ट्रीम नहीं बदल पाएंगे फाजिल व कामिल छात्र, उम्र 14 वर्ष से कम हुई तो नहीं दे सकेंगे मुंशी-मौलवी की परीक्षा

उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड परीक्षा 2021 : मदरसा और स्ट्रीम नहीं बदल पाएंगे फाजिल व कामिल छात्र


मदरसा शिक्षा बोर्ड: उम्र 14 वर्ष से कम हुई तो नहीं दे सकेंगे मुंशी-मौलवी की परीक्षा


गोरखपुर : उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड की मुंशी-मौलवी की परीक्षा में अब 14 वर्ष से कम उम्र के छात्र शामिल नहीं हो सकेंगे। यही नहीं तय समय में कोर्स न पूरा करने वाले को नए सिरे से आवेदन करना होगा। बोर्ड ने यह फैसला ऐसे समय पर लिया है, जब परीक्षार्थियों की संख्या साल दर साल कम होती जा रही है। आंकड़ों के मुताबिक बीते पांच वर्ष में परीक्षार्थियों की संख्या करीब 60 फीसद तक कम हुई है।

मदरसा शिक्षा बोर्ड की नई गाइडलाइन के मुताबिक मुंशी-मौलवी (हाईस्कूल) के परीक्षार्थी की उम्र 31 मार्च 2021 को 14 साल या इससे अधिक होनी चाहिए। इसके अलावा मुंशी-मौलवी एवं अलिम/सीनियर सेकेंड्री (इंटरमीडिएट) के दो वर्षीय कोर्स को चार वर्ष, कामिल (बीए) के तीन वर्षीय कोर्स को छह वर्ष तथा फाजिल (एमए) के दो वर्षीय कोर्स को चार साल के भीतर पूरा करना होगा। बोर्ड ने परीक्षा में प्रश्नपत्रों की संख्या भी घटाई है।


प्राइवेट फार्म भरने वाले छात्रों की संख्या में कमी आई है। ऐसा इसलिए कि मदरसा बोर्ड के साथ-साथ यूपी बोर्ड की भी परीक्षा होती है और प्राइवेट फार्म भरने वाले बच्चे यूपी बोर्ड को प्राथमिकता देते हैं। -डा.रफीउल्लाह बेग, प्रधानाचार्य, मदरसा दारुल अंजुमन इस्लामियां


उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड की वर्ष 2021 की वार्षिक परीक्षा के लिए मदरसा छात्रों, मदरसा एवं अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों के लिए ऑनलाइन आवेदन फार्म से सम्बंधित दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। आवेदन फार्म भरने में कोई गलती न हो और फर्जी छात्र परीक्षा न दे सकें, इसके लिए कई चरणों में आवेदन फार्म की स्क्रूटनी की जाएगी। परीक्षार्थियों से ऑफलाइन आवेदन फार्म प्राप्त करने एवं निर्धारित शुल्क जमा करने के बाद मदरसों द्वारा ऑनलाइन फार्म भरे जाएंगे। 


परीक्षार्थियों के लिए निर्देश : परीक्षार्थी द्वारा कामिल एवं फाजिल परीक्षा में गत वर्ष का पाठ्यक्रम जिस मदरसे एवं स्ट्रीम (अरबी व फारसी) से किया गया है। वर्तमान वर्ष में भी उसी मदरसे एवं स्ट्रीम करना अनिवार्य होगा। किसी भी परिस्थिति में  मदरसा एवं स्ट्रीम परिवर्तित नहीं किया जा सकेगा।  वर्ष 2018,2019 एवं 2020 में आवंटित स्टूडेंट आईडी ऑनलाइन फार्म में दर्ज करने पर आवेदक को अपना व्यक्तिगत विवरण भरने की नहीं होगी। आवेदन पत्र सबमिट करने के बाद डिजिटल सिग्नेचर से लॉक्ड आवेदन पत्र में किसी भी स्तर पर सुधार नही किया जा सकेगा। 

मदरसों के लिए जरूरी बात : मदरसा पोर्टल पर ऑनलाइन परीक्षा आवेदन भरने की  जिम्मेदारी मदरसे के प्रधानाचार्य की होगी। सेकेण्ड्री पाठ्यक्रम के लिए परिषद द्वारा 14 वर्ष न्यूनतम आयु निर्धारित की गई है। इसका ध्यान रखना होगा। मदरसे द्वारा यदि किसी परीक्षार्थी का डुप्लीकेट आवेदन ऑनलाइन किया जाता है और उसे अपने या जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी स्तर से निरस्त नहीं कराया जाता है। ऐसी स्थिति में परिषद के पास निरस्त करने का अधिकार होगा। मदरसा प्रधानाचार्यों को परीक्षा विवरण में रोल भरते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें। परीक्षा 2021 से सम्बंधित मदरसे अपनी मान्यता स्तर तक के परीक्षा आवेदनन फार्म भरवा सकेंगे। 


डीएमओ की होगी जिम्मेदारी
मदरसा बोर्ड की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी (डीएमओ) का उत्तरदायित्व होगा कि कोई मदरसा अपनी मान्यता स्तर के अलावा परीक्षा आवेदन करता है तो उसकी जिम्मेदारी स्थानीय डीएमओ की होगी। 

मदरसा परीक्षाओं का शुल्क
मदरसा बोर्ड की परीक्षाओं के लिए परीक्षा शुल्क भी जारी कर दिए गये हैं। संस्थागत बालकों के लिए सेकेण्डरी स्तर का शुल्क 170 रुपये, सीनियर सेकेण्ड्री शुल्क 230 रुपये, कामिल के लिए 290 एवं फाजिल के लिए 350 रुपए निर्धारित किए गए हैं। वहीं बालिकाओं के लिए सकेण्ड्री स्तर पर 110, सीनियर सेकेण्ड्री 130, कामिल के लिए 160, फाजिल के  लिए 190, इसी क्रम में प्राइवेट बालकों के लिए 290, 330, 500 एवं 550 प्राइवेट बालिकाओं के लिए 180, 210,  290 एवं 300 रुपये परीक्षा शुल्क देय होगा।

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