DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Monday, March 15, 2021

मांग : 'शिक्षामित्रों को स्थायी करे सरकार'

मांग : 'शिक्षामित्रों को स्थायी करे सरकार'


लखनऊ। उप्र. दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ ने कहा कि प्रदेश सरकार के चार वर्ष पूरे होने जा रहे हैं, लेकिन शिक्षामित्रों की समस्याएं जस की तस है। संघ के अध्यक्ष अनिल यादव ने मांग की कि सरकार शिक्षामित्रों को नई शिक्षा नीति में आवश्यक समाधान करते हुए स्थायी कर्मचारी या शिक्षक का दर्जा दे।


 अनिल ने रविवार को जारी बयान में कहा कि अल्प मानदेय से शिक्षामित्रों का जीवनयापन करना मुश्किल हो गया है। सरकार शिक्षामित्रों की समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं करती है तो इस साल भी होली फीकी ही रहेगी। भाजपा सरकार ने 2017 के विधानसभा चुनाव में शिक्षामित्रों से किए वादे को पूरा नहीं किया है।

No comments:
Write comments