पिछले 10 महीने से बकाया मानदेय नहीं मिलने तथा प्रशिक्षण समेत अन्य समस्या को लेकर आक्रोशित शिक्षा प्रेरकों ने रविवार को आयोजित नवसाक्षण बुनियादी परीक्षा के दौरान काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। प्रेरकों ने प्रशिक्षण कराने के साथ ही शिक्षा केंद्रों पर बजट दिए जाने की मांग की। प्रेरक मानदेय में भी बढ़ोत्तरी किए जाने की मांग को लेकर आंदोलित हैं।बेसिक शिक्षा विभाग में साक्षर भारत अभियान के तहत संविदा सेवा पर तैनात प्रेरकों की मांग है कि प्रशिक्षण कराकर शीघ्र ही उन्हें प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाय। शिक्षा प्रेरकों को परिषदीय विद्यालयों में शिक्षणोत्तर कर्मचारी पद पर समायोजित किया जाए। टांडा शिक्षाक्षेत्र के शिक्षा केंद्र त्रिलोकपुर में रविवार को पारसनाथ राना के नेतृत्व में परीक्षा संपन्न कराई गई। इसी ब्लाक के खेतापुर में राहुल पांडेय ने परीक्षा कराई। इस मौके पर प्रेरक संघ ने मांग किया कि मानदेय दो हजार रुपए से बढ़ाकर 16 हजार किया जाए, नवीनीकरण की प्रक्रिया समाप्त करके मानदेय उनके बैंक खातों में सीधे भेज दिया जाए। बकाया मानदेय जुलाई तक एक मुश्त भुगतान किया जाए और महिला प्रेरकों को मातृत्व अवकाश व पुरुषों को आकस्मिक अवकाश प्रदान किया जाए। जिलाध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि सभी मांगे पूरी नहीं हुई तो सरकार को आने वाले विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएगें।
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