आगरा- मथुरा हाईवे पर महुअन टोल के समीप प्राइमरी पाठशाला द्वितीय के बाहर बीड़ी-सिगरेट बेचने का खोखा रखा है। एक ओर ट्रक खड़ा हुआ तो दूसरी ओर भैंस और उसका बच्चा पेड़ से बंधा हुआ था। भवन के तीन ओर बिटौरा और ईंधन रखा हुआ है। स्कूल के अंदर चालीस बच्चे चटाइयों पर बैठकर शिक्षण कर रहे थे। शिक्षण और छात्रों की उपस्थिति को छोड़कर आम दिनों में इस पाठशाला का माहौल हर दिन कई सालों से ऐसा ही बना हुआ है। शुक्रवार नौ बजे संवाददाता इस पाठशाला के अंदर पहुंचा, तो सफाई शानदार थी। दो शिक्षिकाएं छात्रों को पढ़ाने में जुटी हुई थी। आंगनबाड़ी केंद्र पर ताला लगा हुआ था। पूछने पर शिक्षका सुमन कुमारी ने खुद का परिचय प्रधानाध्यापक के रुप में देते हुए बताया, पाठशाला में 148 बच्चे नामांकित हैं, लेकिन रक्षाबंधन पर मां के मायके जाने के कारण आज केवल चालीस छात्र ही आएं हैं। इसी बीच एक बच्चे ने बताया, इस पाठशाला के तमाम छात्र नानी के यहां बूरा खाने गए हैँ। शिक्षिकाओं की बात पर उन्होंने बताया, पाठशाला में उन समेत केवल तीन शिक्षिकाएं हैं। एक शिक्षिका रेनू तिवारी 16 अगस्त से मेडीकल अवकाश पर है, जबकि मौजूद सहायक शिक्षिका सरोज कुमारी की ड्यूटी बाल गणना में लगा दी गई हैं, लेकिन उन्होंने अकेले होने के कारण उसे आज रोक लिया है। पांच कमरे वाली पाठशाला के एक कमरे में जाकर देखा, तो वहां विज्ञान और कला के मॉडल सजे हुए रखे थे। पूछने पर बताया, इनके माध्यम से छात्रों का प्रयोगात्मक ज्ञान कराया जाता है। मिड डे मील तो 148 छात्रों का आया होगा, पर प्रधानाध्यापक का कहना था, वह मौजूद छात्रों को ही मिड डे मील बाटेंगी, बाकी का लौटा दिया जाएगा और रिपोर्ट भी मौजूद छात्रों की लिखकर दी जाएगी।
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