शिक्षा क्षेत्र तारुन के अंतर्गत दर्जनों परिषदीय विद्यालय ऐसे हैँ जिनके जर्जर अवस्था में पहुंचने के बावजूद बच्चों को उन्हीं में पढ़ाना शिक्षकों की मजबूरी बन गई है। अनेक विद्यालय ऐसे हैं, जिनमें शौचालय तक नहीं है। अगर है तो दरवाजा विहीन जीर्ण-शीर्ण हैं। प्राथमिक विद्यालय नरायनपुर में बच्चों की पंक्ति के साथ ही एक कुत्ता भी बैठा हुआ था। प्राथमिक विद्यालय तारुन का भवन न सिर्फ जर्जर हो चुका है बल्कि विभाग ने इस पर जर्जर भवन अंकित भी करा दिया है। बावजूद इसके बच्चों को इसी जर्जर भवन में बैठा कर शिक्षण कार्य संचालित किया जाता है। प्राथमिक विद्यालय बेलगरा का भवन पूरी तरह जर्जर है। छत से पानी टपकता है।
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