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Saturday, July 3, 2021

फतेहपुर : कोरोना से दिवंगत शिक्षकों के आश्रितों को लिपिक की नौकरी देने में रोड़ा, विभाग में लिपिक के पद रिक्त नहीं, चपरासी बनने का विकल्प खाली

फतेहपुर : कोरोना से दिवंगत शिक्षकों के आश्रितों को लिपिक की नौकरी देने में रोड़ा, विभाग में लिपिक के पद रिक्त नहीं, चपरासी बनने का विकल्प खाली

लिपिक बनने के लिए 'वेट एंड वाच' की स्थिति

फतेहपुर : कोरोना संक्रमण से मौत के मुंह में समाए शिक्षकों के आश्रितों को नौकरी देने के मामले में लिपिक पद रिक्त न होना रोड़ा बन रहा है। शैक्षिक योग्यता के आधार पर लिपिक बनने की चाह रखने वाले आश्रितों को निराशा हाथ लग रही है। यही कारण है कि अभी तक 10 आश्रितों ने नौकरी के लिए आवेदन ही नहीं किया है। हालांकि इस संख्या में नाबालिग आश्रित भ शामिल हैं। शासन की ओर से लिपिक पद रिक्त न होने की स्थिति में अनुचर की नौकरी का विकल्प दिया है । त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर बेसिक शिक्षा विभाग के 45 शिक्षक एवं शिक्षामित्र दिवंगत हुए थे। जिसमें शिक्षामित्रों के आश्रितों को शासन की ओर से मात्र 30 लाख की अनुग्रह राशि दिए जाने का ऐलान हुआ है, जबकि शिक्षकों को अनुग्रह राशि के साथ एक आश्रित को नौकरी भी दी जानी है। शैक्षिक योग्यता के आधार पर आश्रित शिक्षक बनने एवं चपरासी बनने के लिए रास्ता तो साफ है लेकिन लिपिक पद की चाह रखने वाले आश्रितों को उस समय झटका लग गया जब विभाग में श्रजित 7 लिपिक पदों में एक भी रिक्त ही नहीं हैं। ऐसी स्थिति में इनके अनुचर यानि चपरासी पद लेने का मौका है।


आवेदन करने वालों ही यह है स्थिति : कोरोना संक्रमण से बेसिक शिक्षा विभाग में कुल 45 शिक्षक एवं शिक्षामित्र शामिल हैं। जिसमें दो दिवंगत शिक्षक विकास पटेल एवं प्रवीण अग्निहोत्री के पत्नियां पहले से ही शिक्षक पद पर हैं। शेष 43 में चार शिक्षामित्र शामिल हैं। कुल 41 शिक्षकों के 4 आश्रितों के पास शिक्षक बनने की योग्यता रखते हैं।

अभी तक 10 आश्रितों ने नहीं किया आवेदनः लिपिक पद की चाह रखने वाले कुल मृतक आश्रितों में 10 ने अभी तक आवेदन नहीं किया है। हालांकि कुछ इसमें ऐसे आश्रित भी शामिल हैं जो अभी नौकरी के लिए बालिग नहीं हैं ।


आश्रितों को शीघ्र नियुक्ति देने की मांग
प्राथमिक शिक्षक संघ के महामंत्री विजय त्रिपाठी ने विभाग से आश्रितों को शीघ्र अनुग्रह राशि एवं नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि अन्य जिलों में आश्रितों को नियुक्ति पत्र दे दिए गए हैं। अपने जनपद में अभी तक एक भी आश्रित को नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है। बीएसए से मांग की गई है कि शीघ्र नियुक्ति पत्र दिए जाएं।

माध्यमिक में एक आश्रित को मिली नौकरी
पंचायत चुनाव के दौरान माध्यमिक शिक्षा विभाग में एक कर्मचारी समेत पांच शिक्षकों का निधन हुआ था। जिसमें कर्मचारी के आश्रित बेटी को अनुचर के पद पर नियुक्ति कर दी गई है। माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष आलोक शुक्ला ने बताया शेष दिवंगत शिक्षकों आश्रित अभी नाबालिग है। इसलिए समय मांगा है।

विभाग में लिपिक के पद रिक्त नहीं हैं। शासन की ओर से अभी तक कोई भी लिपिक का पद श्रजित नहीं हुआ है। ऐसे में आश्रितों के लिए चपरासी पद के लिए विकल्प है। शासन के निर्देश पर तैनाती दी जाएगी । - राकेश सचान, डिप्टी बीएसए

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