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Friday, May 3, 2024

आगामी यूपी बोर्ड परीक्षा-2025 के परीक्षाफल में सुधार के सम्बन्ध में

अच्छा रिजल्ट लाने वाले माध्यमिक कॉलेज कमजोर के बनेंगे मार्गदर्शक

लखनऊ। इस साल का बोर्ड परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद नए सत्र 2024-25 को लेकर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। विभाग ने 50 फीसदी से कम परिणाम लाने वाले कॉलेजों में सुधार का जिम्मा अच्छा रिजल्ट लाने वाले विद्यालयों को दिया है। यह विद्यालय आपस में संवाद करेंगे। अपनी बेस्ट प्रैक्टिस साझा करेंगे और शिक्षकों का भ्रमण भी होगा। 

विभाग ने यह योजना तैयार की है कि परीक्षाफल में सुधार के लिए हर जिले से एक राजकीय, एक सहायता प्राप्त व एक वित्तविहीन विद्यालयों, जिनका परीक्षाफल सर्वश्रेष्ठ रहा है, उनका चयन किया जाएगा। चयनित विद्यालयों के प्रधानाचार्य का कम परीक्षाफल वाले राजकीय व सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों से संवाद कराया जाएगा। साथ ही अगले साल के परीक्षाफल को बेहतर करने की एक कार्ययोजना तैयार की जाएगी। 

माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने कहा है कि कम परीक्षाफल लाने वाले विद्यालयों के प्रधानाचार्य व शिक्षकों को इन चयनित विद्यालयों का भ्रमण कराएं। इसी के साथ पठन-पाठन से जुड़ी प्रक्रिया, उनकी बेस्ट प्रैक्टिस, शैक्षिक कैलेंडर भी साझा करेंगे। उन्होंने सभी डीआईओएस से कहा है कि इसके लिए मंडलीय उप शिक्षा निदेशक को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। उनके समन्वय से 20 मई तक विस्तृत कार्यक्रम बनाकर इसका अनुपालन सुनिश्चित कराएं। 



आगामी यूपी बोर्ड परीक्षा-2025 के परीक्षाफल में सुधार के सम्बन्ध में 



राजकीय और अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के लिए अब हर सप्ताह समीक्षा


लखनऊ। राजकीय और अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के लिए अब हर सप्ताह समीक्षा होगी। समग्र शिक्षा के तहत जिला विद्यालय की ओर से इसके लिए सभी प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया गया है।


यूपी बोर्ड के परिणाम में निजी शिक्षण संस्थानों के सापेक्ष में सरकारी और अनुदानित यूपी बोर्ड परीक्षा में सरकारी व विद्यालयों का प्रदर्शन इस बार काफी निराशाजनक रहा। इसे देखते हुए नए अनुदानित विद्यालयों के खराब प्रदर्शन के बाद कवायद सिरे से यहां न केवल शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा होगी बल्कि शिक्षकों के पढ़ाने के ढंग को भी परखा जाएगा। शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। विभाग के अनुसार, आधुनिक लाइब्रेरी, कंप्यूटर कक्ष व साइंस लैब की व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा।


कम उपस्थिति वाले छात्रों के अभिभावकों से करेंगे संपर्क : विभाग के अनुसार, लगातार तीन दिन तक अनुपस्थित रहने वाले छात्रों के अभिभावकों से संपर्क किया जाएगा। विद्यालयों में यूथ व इको क्लब, साइंस मैथ्स क्लब गठित होंगे। समय-सारिणी में स्मार्ट कक्षा कक्ष, प्रयोगशालाओं व संसाधनों को बेहतर बनाने पर कार्य होगा। कमजोर विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं चलेंगी। प्रत्येक शनिवार प्रयोगात्मक कार्यक्रम होंगे। मानव संपदा पोर्टल से ही शिक्षकों के अवकाश स्वीकृत होंगे, अन्यथा विभागीय कार्रवाई होगी। शिक्षकों की ओर से पंख पोर्टल के जरिये विद्यार्थियों के लिए कॅरिअर काउंसिलिंग पर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। 

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