विद्यालयों में दैनिक अनुश्रवण प्रणाली तो मिड-डे मील पर तो नजर रख ही रही है। अब तो अधिकारी विद्यालयों से भी मुखबिरी लेने लगे हैं। ऐसे ही जिले में कई मामले आए हैं। दैनिक अनुश्रवण प्रणाली में 30 विद्यालयों में खाना नहीं बनता मिला। एडी बेसिक के आदेश पर बीएसए ने जांच का आदेश दिया है। वहीं ऐसे भी विद्यालय सामने आए जिसमें अभिलेखों पर खाना बनता मिला पर शिक्षकों से फोन पर जानकारी ली गई तो उन्होंने मना कर दिया। एडी बेसिक ने कार्रवाई का आदेश दिया है। परिषदीय विद्यालयों में कंप्यूटरीकृत व्यवस्था में फोन से जानकारी ली जाती है जिसमें सही रिपोर्ट न मिलने से अब अधिकारियों ने सहायक अध्यापकों को फोन कर जानकारी लेना शुरू कर दिया है। एडी बेसिक महेंद्र सिंह राणा की ओर से जारी पत्र के अनुसार अगस्त के पहले हफ्ते में जिले के 30 स्कूलों में खाना नहीं बना। विद्यालयों के नाम भेजकर एडी बेसिक ने इन सभी के विरुद्ध कार्रवाई का आदेश दिया है। बीएसए को भेजे पत्र में उन्होंने बताया कि बावन विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय दूधिया में छह अगस्त को प्रधानाध्यापक ने मेन्यू के अनुसार भोजन बनाए जाने की बात कही पर सहायक अध्यापक से फोन पर पूछा गया तो उन्होंने मना कर दिया और बताया कि तहरी बनी है। न दूध बंटा और न फल। एडी बेसिक के अनुसार इसी तरह बावन के ही प्राथमिक विद्यालय मढ़िया के प्रधानाध्यापक से फोन पर बात की गई तो वह भी सही उत्तर नहीं दे सके। बीएसए मसीहुज्जमा सिद्दीकी ने बताया कि जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी।
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