छत्ता वार्ड के गढ़ी चांदनी प्राथमिक स्कूल में हुआ हादसा
क् स्कूल की जर्जर हालत देख शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे थे बाहर
कई बार की शिकायत
प्रधानाध्यापक ने बताया कि भवन गिरने की आशंका के बारे में वो कई बार खंड शिक्षाधिकारी और बीएसए को पत्र लिख चुके हैं। इसके बाद भी इसकी मरम्मत के लिए कोई कदम नहीं उठाया। नहीं पहुंचे खंड शिक्षाधिकारी1भवन की छत गिरने के बाद इसकी जानकारी खंड शिक्षाधिकारी सत्यप्रकाश जायसवाल को दी, लेकिन उन्होंने व्यस्त होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। चार अगस्त को हुई थी छात्र की मौत चार अगस्त को मंसुखपुरा में पूर्व माध्यमिक विद्यालय की दीवार गिरने से छात्र नंदनी की मौत हो गई थी। विद्यालय की जर्जर स्थिति को देखते हुए गांव वालों ने अपने बच्चों को विद्यालय में पढ़ाने से इन्कार कर दिया था।
परिषदीय विद्यालय का जर्जर हाल बच्चों के लिए खतरा बना है। शनिवार को नगर क्षेत्र के छत्ता वार्ड स्थित गढ़ी चांदनी में प्राइमरी स्कूल की छत का प्लास्टर गिर गया। शिक्षकों की सजगता के चलते बड़ा हादसा टल गया। इसके बाद भी किसी अधिकारी ने स्कूल पहुंचने की जहमत नहीं उठाई। गढ़ी चांदनी स्थित प्राथमिक विद्यालय जर्जर अवस्था में है। शनिवार सुबह साढ़े 10 बजे रसोइया मीरा देवी बच्चों के लिए मिड-डे मील बना रहीं थी। जैसे ही वो खाने का सामान बाहर रखने गई, वैसे ही कमरे की छत का प्लास्टर गिर पड़ा। तेज आवाज होने के कारण शिक्षक कमरे की तरफ भागे। गनीमत रही कि कमरे में कोई नहीं था। जिस समय हादसा हुआ विद्यालय में 80 छात्र थे। प्रधानाध्यापक हरीशंकर शाक्य ने बताया कि स्कूल का भवन 1982 में बना था। कई साल से भवन पूरी तरह से जर्जर था। पिछले दिनों हुई तेज बरसात के चलते छत गिरने की आशंका के चलते उन्होंने बच्चों को बाहर बैठाकर पढ़ाना शुरू किया था। इसी के चलते आज हुए हादसे में सभी बच्चे सकुशल बच गए।प्राथमिक विद्यालय गढ़ी चांदनी में छत से गिरा प्लास्टर।जागरण
No comments:
Write comments