DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Wednesday, April 28, 2021

एडेड स्कूलों में पढ़ाई से लेकर शिक्षकों की भर्ती तक सरकार के हवाले

एडेड स्कूलों में पढ़ाई से लेकर शिक्षकों की भर्ती तक सरकार के हवाले


अब एडेड स्कूलों में भी पढ़ाई से लेकर शिक्षकों तक की गुणवत्ता पर सरकार शिकंजा कसेगी। राज्य सरकार पहली बार एडेड जूनियर हाईस्कूलों के शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है। वहीं यहां पर मिशन प्रेरणा के साथ मानव संपदा पोर्टल भी अनिवार्य कर दिया गया है। इन स्कूलों में सरकारी स्कूलों वाला शैक्षणिक कैलेण्डर लागू होगा।


मिशन प्रेरणा के तहत यहां के लर्निंग गोल भी वहीं होंगे जो सरकार ने तय किए हैं। वहीं यहां भी विद्यार्थियों के सीखने के लिए वे सभी मॉड्यूल लागू होंगे जो सरकारी स्कूलों में चलाए जा रहे हैं। इसके साथ ही यहां के विद्यार्थियों की आधार सीडिंग का काम भी शुरू हो गया है। अभी तक सरकार इन स्कूलों में शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का वेतन देती है, साथ ही निःशुल्क यूनिफार्म, पाठ्य पुस्तकें व मिड डे मील की व्यवस्था सरकारी स्कूलों की तर्ज पर की जाती है। सरकार ने तय किया है कि जब ये स्कूल सरकारी सहायता से चलते हैं तो यहां भी पढ़ाई की गुणवत्ता पर सरकार नजर रखेगी।


प्रदेश में लगभग आठ हजार एडेड स्कूल हैं जिनमें जूनियर हाईस्कूल, प्राइमरी व माध्यमिक के वे स्कूल शामिल हैं जहां कक्षा एक से आठ तक की कक्षाएं चलाई जाती हैं।

No comments:
Write comments