अब शिक्षा विभाग में भी जनप्रतिनिधियों को पूरा सम्मान मिलेगा। विभाग में पहुंचते ही शिक्षा अधिकारी उनके सम्मान में खड़े हो जाएंगे। पूरा सम्मान नहीं मिलने से आहत जनप्रतिनिधियों ने शासन के सामने मन की टीस रखी थी। जनप्रतिनिधियों की पीड़ा को गंभीरता से लेते हुए शासन ने प्रदेश भर के शिक्षा अधिकारियों को दिशा- निर्देश जारी कर दिया है। जनप्रतिनिधियों को सम्मान देने के लिए बेसिक शिक्षा निदेशक दिनेश बाबू शर्मा ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा है। उन्होंने निर्देशित किया है कि सुनिश्चित करें कि विभाग में जनप्रतिनिधियों के सम्मान में कहीं से भी ठेस नहीं पहुंचे। उनकी बातों को सुनें और आवश्यक कार्रवाई भी करें। जनप्रतिनिधियों को यह नहीं लगना चाहिए कि अधिकारी उनकी उपेक्षा कर रहे हैं। असल में सरकारी कार्यालयों के व्यवहार से आहत जनप्रतिनिधियों ने शासन के समक्ष अपनी पीड़ा को रखा है। जनप्रतिनिधियों के जिलाधिकारी, सीडीओ, बीएसए से लगायत अन्य सरकारी कार्यालयों के अधिकारी उनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करते हैं। उनके पहुंचने पर अधिकारी न तो खड़े होते हैं ओर न जाते समय सम्मानजनक व्यवहार करते हैं। इतना ही नहीं जनप्रतिनिधियों को इस बात का भी दुख है कि अधिकारी उनका फोन भी नहीं उठाते। कालबैक भी नहीं करते हैं। उनके पत्रों को भी प्राथमिकता नहीं दी जाती है। उन्होंने यह भी शिकायत की है कि उनकी मौजूदगी के बावजूद अधिकारी उद्घाटन, लोकार्पण और अनावरण समारोह में नहीं बुलाते हैं। जनप्रतिनिधियों की इस पीड़ा को शासन ने गंभीरता से लिया है।
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