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Saturday, August 6, 2016

गोरखपुर : 81 प्रधानाध्यापकों की पदावनति पर शिक्षकों में रोष, पदावनति की सूची निरस्त नहीं की गई तो संगठन क्रमिक धरना करने के लिए होगा बाध्य

परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात  प्रधानाध्यापकों के पदावनति होने पर शिक्षकों में रोष है। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पर न्यायालय के आदेश की आड़ में मनमाना करने का आरोप लगाया है। उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति/अनुसूचित जन जाति बेसिक शिक्षक महासंघ के प्रांतीय संयोजक लालचंद राम और डा. राम विलास भारती आदि पदाधिकारियों ने शुक्रवार को प्रेसक्लब के सभागार में पत्रकारों से बातचीत के दौरान शिक्षकों के उत्पीड़न पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि शिक्षकों का आर्थिक और मानसिक शोषण हो रहा है। इसके चलते उन्हें सामाजिक अपमान का भी सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षक शासन व अधिकारियों के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में अपने उत्तरदायित्वों का बखूबी निर्वहन करते हैं। इसके बाद भी उनके साथ न्याय नहीं हो पाता है। उन्होंने कहा कि अगर पदावनति की सूची निरस्त नहीं की गई तो संगठन क्रमिक धरना और प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा। जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की होगी।

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