सीतापुर : फर्जी अभिलेखों से नौकरी कर रहे दो शिक्षकों की सेवा समाप्त
■ कार्रवाई
◆ दोनों शिक्षक बेहटा विकासखंड के विद्यालयों में थे तैनात दोनों शिक्षकों के विरुद्ध होगी एफआईआर व वेतन रिकवरी
सीतापुर : फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी पाना दो शिक्षकों को महंगा पड़ गया। इन दोनों शिक्षकों की सेवा समाप्ति के साथ साथ वेतन बिक्री तथा प्राथमिकी दर्ज कराने के आदेश दे दिए गए हैं। आगरा के अर्जुन नगर निवासी आकाश दीप पुत्र सियाराम सागर बेहटा विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय दारापुर में सहायक अध्यापक पद पर तैनात हैं। उनकी नियुक्ति वर्ष 2010 में गणित विज्ञान शिक्षक के पद पर हुई थी।
आकाश दीप ने अपने प्रपत्रों में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के बीएलएड 2010 का अंकपत्र लगाया था। विभाग द्वारा इन अंकपत्रों का सत्यापन कराया गया तो विश्वविद्यालय में डेटा नहीं मिला। वहीं मथुरा के नगला भरतिया निवासी पुष्पेंद्र सिंह पुत्र राघवेंद्र सिंह बेहटा के उच्च माध्यमिक विद्यालय हजरतपुर में तैनात हैं। उन्होंने अपने शैक्षिक प्रपत्रों में माध्यमिक विद्यालय परीक्षा 2005 व उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परीक्षा 2007 राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का अंकपत्र लगाया था।
विभाग द्वारा उनके प्रपत्रों की जांच कराई गई तो वह फर्जी पाए गए। प्रपत्र फर्जी पाए जाने पर दोनों की सेवा समाप्ति की नोटिस बीएसए द्वारा दी गई। बीएसए ने खण्ड शिक्षा अधिकारी को दोनों शिक्षकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने व वेतन बिक्री के निर्देश दिए हैं। बीएसएफ अजीत कुमार ने बताया दोनों शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया था लेकिन उसमें भी दोनों ने गलत साक्ष्य ही प्रस्तुत किए थे। जिसके कारण अब उनकी सेवा समाप्ति के आदेश दिए गए हैं।
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