DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Wednesday, September 23, 2020

फतेहपुर : अब अभिभावक स्कूल जाकर लेंगे होमवर्क, मिशन प्रेरणा ई-पाठशाला का द्वितीय चरण 21 सितम्बर से शुरू

फतेहपुर : अब अभिभावक स्कूल जाकर लेंगे होमवर्क, मिशन प्रेरणा ई- पाठशाला का द्वितीय चरण 21 सितम्बर से शुरू।

फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को कोरोना संकटकाल में शिक्षा देने के लिए एक और नई कवायद शुरू हो गई है। अब विद्यालयों में ई-पाठशाला के तहत अभिभावकों के साथ गोष्ठी की जाएगी।कोविड-19 की गाइड लाइनों का पालन करते हुए गोष्ठी की जा रही है। 10 से अधिक अभिभावकों को एक बार में नहीं बुलाया जाएगा। 


जिसमें परिषदीय विद्यालयों में अब बच्चों की जगह अभिभावक स्कूल जाएंगे। अभिभावक स्कूल में शिक्षकों होमवर्क भी लेंगे और अपने बच्चों को होमवर्क कराने में मदद करेंगे। संसाधनों के अभाव में जो बच्चे शिक्षा से दूर हैं, ऐसे बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जा रहा है। कोरोना संकट के कारण स्कूली छात्र- छात्राओं की नियमित पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित है।


इसके लिए विद्यालयों में पठन पाठन की जो ऑनलाइन व्यवस्था की गई है वह परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के लिए काफी मुश्किल साबित हो रही है। कारण है कि तमाम अभिभावकों के पासएंड्रायड फोन नहीं हैं। जिसके पास फोन हैं भी वह सही से ऑनलाइन वर्क को समझ नहीं पा रहे हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ रहा है। 


परिषदीय स्कूलों में मिशन प्रेरणा की पाठशाला का दूसरा चरण 21 सितंबर से शुरू किया गया है। जिसमें उन अभिभावकों को स्कूल बुलाने की तैयारी की जा रही है जो व्हाट्सएप ग्रुप से नहीं जुड़े हैं। संसाधन के अभाव में मोबाइल आदि की व्यवस्था न कर पाने वाले बच्चों के अभिभावकों में किसी पढ़े लिखे सदस्य माता, पिता, भाई, बहन, चाचा, चाची को सप्ताह में एक दिन स्कूल बुलाकर पूरे सप्ताह का होमवर्क दिया जाएगा। जिससे कि यह होमवर्क बच्चों को कराया जा सके।

इस दौरान डीसी अशोक त्रिपाठी ने बताया कि विद्यालय में एक दिन शिक्षक एक एक घंटे बांटकर अभिभावकों को स्कूल आने की अपील कर रहे हैं। कोविड-19 की गाइडलाइन्स का पालन करते हुए गोष्ठी की जा रही है। 10 से अधिक अभिभावकों को एक बार में नहीं बुलाया जाएगा।

No comments:
Write comments