DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बाँदा बांदा बागपत बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर लख़नऊ वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Thursday, August 18, 2016

कानपुर : एसएमएस से शिक्षकों की हाजिरी के विरोध में उतरा प्राथमिक शिक्षक संघ, संघ ने किया एसएमएस से हाजिरी न देने का ऐलान

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने एसएमएस से शिक्षकों की हाजिरी न देने का ऐलान कर दिया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन के बाद हाजिरी को लेकर विरोध तेज कर दिया है। शिक्षकों का कहना है कि एसएमएस से हाजिरी भेजना अव्यवहारिक है। इस आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए।

शिक्षकों का कहना है कि एसएमएस से हाजिरी  का आदेश लागू करना है तो लखनऊ से आदेश किया जाए। गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं है। शिक्षक अपनी योग्यता से पद पर हैं उन पर शिक्षा के अलावा  तमाम काम लाद दिए गए हैं। पढ़ाने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया जाता है। अब एसएमएस से हाजिरी न भेजने पर वेतन काटने का आदेश कर दिया गया है। अधिकारियों को यह समझना चाहिए कि शहर में जब मोबाइल नहीं काम कर पाते हैं तो देहातों का हाल क्या होगा। 

शिक्षकों ने विभाग के एसएमएस से हाजिरी के आदेश को गलत ठहराते हुए इसे तत्वाकाल वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है  कि उनके मोबाइल और उन्हीं के सिम पर हाजिरी न भेजने पर वेतन काटने का आदेश गैरकानूनी है। बीएसए का कहना है कि वह शिक्षकों का पक्ष अधिकारियों के समक्ष रखेंगे, अंतिम फैसला उनका होगा। 

No comments:
Write comments