पहले स्वीकृत करते थे अवकाश बाद में रुपये नहीं मिलने पर करते थे अनुपस्थित, भारी पड़ी बीईओ को मनमानी, अब हुए निलंबित
• जांच में दोषी मिले थे बीईओ इटवा, डीएम ने कार्रवाई के लिए लिखा था पत्र
सिद्धार्थनगर : रुपये लेकर अवकाश स्वीकृत करना सहित तमाम कार्यों में मनमाना रवैया अपनाना खंड शिक्षाधिकाकरी (बीईओ) महेंद्र कुमार को भारी पड़ा। जिलाधिकारी के पत्र व जांच रिपोर्ट के आधार पर अपर शिक्षा निदेशक बेसिक कामता राम पाल ने मंगलवार को उन्हें निलंबित कर दिया।
बीईओ इटवा महेंद्र कुमार द्वारा अवकाश स्वीकृत करने के नाम पर मनमानी की जा रही है। वह पहले अवकाश स्वीकृत करते थे और उसके लिए रुपये नहीं मिलते तो बाद में निरीक्षण कर उसी शिक्षक को अनुपस्थित कर देते थे। जिलाधिकारी डा.राजा गणपति आर ने संज्ञान लेकर शासन को पत्र लिखा था। अपर शिक्षा निदेशक बेसिक ने पत्र का संज्ञान लेकर बीईओ इटवा को निलंबित कर दिया। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी शैलेष कुमार का कहना है कि डीएम के आधार पर अपर निदेशक बेसिक ने बीईओ इटवा को निलंबित कर दिया है। जांच होने तक वह मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक गोरखपुर मंडल कार्यालय से संबद्ध रहेंगे।
यह था मामला : इटवा तहसील क्षेत्र के ग्राम सिसवा बुजुर्ग निवासी शैलेष कुमार ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर बीइओ इटवा पर गंभीर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि बीईओ इटवा अवकाश स्वीकृत करने के नाम पर शिक्षकों से धन उगाही करते हैं, जहां रुपये नहीं मिलते उसके अवकाश को निरस्त करते हैं। जांच के नाम उनका उत्पीड़न करते हैं। डीमए ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन उप जिलाधिकारी इटवा को मामले की जांच करायी थी। जांच में बीईओ अधिकांश बिंदुओं में दोषी मिले थे। जांच में पता चला है कि इटवा ब्लाक संसाधन क्षेत्र के शिक्षक अजय मौर्या ने दो दिवसीय अवकाश के लिए आवेदन दिया था। बीइओ ने उनके अवकाश को स्वीकृत किया और बाद में उन्हें निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित कर दिया है। एसडीएम ने इसे मनमानीपूर्ण रवैया बताया था।
प्राथमिक विद्यालय इटवा प्रथम की सहायक अध्यापिका सरिता मौर्या ने बच्चे के देखभाल के के लिए अवकाश मांगा था। शैलेष ने आरोप लगाया है कि रिश्वत नहीं मिलने पर बीईओ ने उनके आवेदन को निरस्त कर दिया। एसडीएम की जांच में रुपये लेने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है, लेकिन आवेदन निरस्त करने व बाद में स्वीकृत करने को एसडीएम ने बीइओ का मनमानी पूर्ण रवैया माना था।
बीईओ इटवा अवकाश स्वीकृत करने के मामले में दोषी मिले थे। उनकी जांच करायी गयी थी। उनके विरुद्ध शासन को पत्र लिखा गया था। पत्र का संज्ञान लेकर अपर निदेशक बेसिक ने उन्हें निलंबित कर दिया। –डा. राजा गणपति आर, जिलाधिकारी
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