यूपी में नया शैक्षिक सत्र शुरू, कक्षा एक से तीन तक के 55 लाख छात्रों के बस्ते रहे खाली, बाकी कक्षाओं में भी पूरी नहीं बंटी, स्कूल चलो अभियान शुरू
लखनऊ : परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में शैक्षिक सत्र 2025-26 मंगलवार से शुरू हो गया। नए सत्र में कक्षा एक से तीन तक के लघभग 55 लाख विद्यार्थियों के बस्ते खाली रहे। उन्हें निश्शुल्क दी जाने वाली एक भी पाठ्य-पुस्तक नहीं मिल सकी है। अभी इन कक्षाओं की किताबों की छपाई चल रही है। कक्षा चार से आठ तक के विद्यार्थियों को भी पूरी किताबें नहीं मिल पाईं हैं। शैक्षिक सत्र शुरू होने के बावजूद किताबें उपलब्ध न होने से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ेगा। परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में कुल 1.54 करोड़ विद्यार्थी पढ़ते हैं।
नए सत्र में कक्षा तीन की पुस्तकें बदली हैं। अब उन्हें राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताबें पढ़ाई जाएंगी। हिंदी के पाठ्यक्रम में घुम्मकड़ तारक, दो मित्रों की मित्रता के साथ ही क्षेत्रीय भाषा के लोकगीत इत्यादि जोड़े गए हैं।
अन्य विषयों में भी बदलाव हुआ है। ऐसे में इस कक्षा की किताबें अभी छप रही हैं। कक्षा एक व दो की पुस्तकों की छपाई में अभी समय लग रहा है। अब अगर कक्षा चार से आठ तक की किताबों की स्थिति देखी जाए तो राजधानी में ही कक्षा चार में हिंदी, अंग्रेजी व संस्कृत, कक्षा पांच में संस्कृत, कक्षा छह में अंग्रेजी व हिंदी, कक्षा सात में अंग्रेजी और कक्षा आठ में हिंदी, अंग्रेजी व संस्कृत की किताबें ही पहुंची हैं। विज्ञान व गणित इत्यादि विषयों की पुस्तकों का अभी इंतजार है।
देवरिया व कुशीनगर आदि जिलों में तो कक्षा चार से आठ तक की अधिकांश पुस्तकें नहीं मिल पाईं हैं। राज्य स्तर से जिला स्तर पर पुस्तकें पहुंचाए जाने के बावजूद अभी तक उनका वितरण नहीं हो पाया है। ऐसे में विद्यार्थियों को अभी निश्शुल्क पाठ्य-पुस्तकों के लिए इंतजार करना होगा। उधर मंगलवार से 15 दिवसीय स्कूल चलो अभियान शुरू किया गया।
अभी कक्षा एक से तीन तक की पुस्तकों की छपाई का काम चल रहा है। जल्द इन्हें जिलों को भेजा जाएगा। ।। वहीं कक्षा चार से आठ तक की सभी निश्शुल्क पाठ्य-पुस्तकें जिलों में पहुंचा दी गई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इसका वितरण विद्यालय तक करने का निर्देश दिया गया है। कोई भी शिक्षक पुस्तकों की ढुलाई नहीं करेगा। ~ माधव तिवारी, राज्य पाठ्य-पुस्तक अधिकारी
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