DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Thursday, December 10, 2020

रामपुर : नवनियुक्त शिक्षकों से मेडिकल के नाम पर वसूली, तीन कर्मी नपे

रामपुर : नवनियुक्त शिक्षकों से मेडिकल के नाम पर वसूली, तीन कर्मी नपे


रामपुर 
शिक्षकों का मेडिकल कराने के नाम पर एक-एक हजार रुपये वसूली किए जाने का मामलातूल पकड़ गया है। मेडिकल के नाम पर एक-एक हजार रुपये वसूले जाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आ गया है। सीएमओ ने इस मामले में अपने स्टेनों को मेडिकल के काम से हटा दिया है,जबकि दो संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी है। इस प्रकरण की जांच बैठा दी गई है। साफ किया गया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


मुख्यमंत्री की मंशा भले ही भ्रष्टाचार मुक्त सरकारी नौकरी देनी की रही हो, लेकिन अफसरशाही सीएम की मंशा पर पानी फेर रहे हैं । हाल ही में बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से शिक्षकों की भर्ती की प्त्रिरया की गई है। इसके तहत रामपुर में नौ सौ से ज्यादा शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। काउंसलिंग के बाद उनको नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिए गए थे। नियुक्ति पत्र जारी होने के बाद अब उनको स्कूलों का आवंटन होना है। इससे पहले नियमानुसार उनका मेडिकल भी कराया गया था सोमवार को मेडिकल कराने की कार्रवाई शुर की गई थी। इस बीच तमाम शिक्षकों ने मेडिकल सर्टिफिकेट के नाम पर एक- एक हजार रुपये वसूले जाने का भी आरोप लगाया। हालांकि इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग विभाग शुरू में इन आरोपों को नाकारता रहा। 


विभागीय अफसरों व कर्मियों पर एक-एक हजार रुपये वसूले जाने का मामला अब गर्मा गया है। मामला गर्माने पर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अमला स्त्रिरय हो गया है। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने इस मामले में सीडीओ व मुख्य चिकित्साधिकारी डा.सकोच कुमार शर्मा ने भी इस मामले की जांच के लिए तीन उप मुख्य चिकित्साधिकारियों की कमेटी बनाई है। जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है। देर शाम सीएमओ ने इस मामले में संविदा पर तैनात दो कर्मियों संजय और अरुण की सेवा समाप्त कर दी है. जबकि उन्होंने अपने स्टेनों नीरज को मेडिकल के काम से हटा दिया।


कोर्ट कर्मियों के मेडिकल में भी हुई घपलेबाजी

रामपुर। मेडिकल के नाम पर अवैध वसूली करने का मामला दीवानी न्यायालय कर्मचारी संघ भी उठा चुका है। संघ की ओर से पिछले दिनों संघ के अध्यक्ष संदेश कुमार व सचिव कुलदीप कुमार ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर शिकायत की थी कि कोर्ट में आशुलिपिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियोंकी नियुक्ति की र्विरया चल रही है, इन पदों पर चयनित कर्मियों के मेडिकल कराने के नाम पर सीएमओ दफ्तरमें तैनात आशुलिपिक ने 1300 रुपये वसूले जा रहे हैं। मगर, कुछ दवाब डालने पर एक हजार रुपये वसूले गए हैं। चयनितकर्मियों ने इस तरह की शिकायत करते हुए सीएमओ की आशुलिपिक के खिलाफ कार्रवाई करने की।


आखिर किसकी शह पर हो रही वसूली

रामपुर। चयनित कर्मियों के मेडिकल के नाम पर आखिर किसकी शह पर वसूली हो रही है। यह सवाल बड़ा है क्योंकि पहले ही दिन कई शिक्षकों ने इस मामले की शिकायत स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अफसरों से की,लेकिन अफसर उस वक्त आरोपों को नकारते रहे। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब मामला तूल पकड़ लिया तो अब जांच कर कार्रवाई की बात कर रहे हैं। सवाल यह भी है कि यह जांच सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहेगी या फिर इसमें कोई ठोस कार्रवाई भी होगी।


वसूली करने वालों पर होकार्रवाई

रामपुर। नवनियुक्त शिक्षकों से मेडिकल प्रमाणपत्र के नाम पर सीएमओ कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा घूस लेने पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने रोष जताया है। चेतावनी दी है कि अगर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ आंदोलन करेगा। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बैठक में कहा गया कि अस्पताल के सीएमओ कार्यालय में तैनात कर्मचारियों द्वारा जिले में नवनियुक्त शिक्षकों से मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है शिक्षकों से वसूली करते हुए कर्मचारी का वीडियो भी वायरल हुआ है। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। जिला संयोजक रवेन्द्र गंगवार ने कहा कि अगर घूसखोरी में लिप्त कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही ना हुई तो राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ आंदोलन करेगा। अहसान खान, लालता प्रसाद,गौरव गंगवार, विनीत कुमार, राजीव कुमार, दिनेश कुमार, सोनी गुप्ता, बबीता जोशी, सुरेश गंगवार, नरेंद्र रहे।

मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाए।

"स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल के नाम पर एक-एक हजार वसूली की लिखित शिकायत नहीं मिली है,लेकिन सोशल मीडिया पर मिल रही शिकायतों के आधार पर सीडीओ व नगर मजिस्ट्रेट को जांच सौंप दी गई है।" -आन्जनेय कुमार सिंह, जिलाधिकारी


"मेडिकल के नाम पर शिक्षकों से वसूली की शिकायतें मिली हैं। इसके लिए एक जांच कमेटी बना दी गई है। प्रथम दृष्टया स्टेनों को मेडिकल के काम से हटा दिया गया है साथ ही दो संविदा कर्मियों की सेवा भी समाप्त कर दी गई है।जांच कमेटी रिपोर्ट देगी।" -डा.सुबोध कुमार शर्मा, सीएमओ

No comments:
Write comments