DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Thursday, September 8, 2022

यूनेस्को को माने तो कोरोना के चलते 82 करोड़ बच्चों की पढ़ाई हुई प्रभावित

यूनेस्को को माने तो कोरोना के चलते 82 करोड़ बच्चों की पढ़ाई हुई प्रभावित


 
न्यूयॉर्क : दुनिया तेजी से प्रगति कर रही है लेकिन अभी भी पूरे विश्व में 77.1 करोड़ लोग निरक्षर हैं। यूनेस्को के अनुसार 77.1 करोड़ लोगों में से अधिकतर महिलाएं हैं जिन्हें न तो लिखने आता है और न ही पढ़ने।


कोरोना महामारी के कारण शिक्षण व्यवस्था को गहरी चोट पहुंची है। महामारी के कारण 2.4 करोड़ बच्चों की शिक्षा बीच में ही छूट गई है। इसमें से 1.1 करोड़ लड़किया हैं। यूनेस्को 1967 से अंतरराष्ट्रीय साक्षता दिवस मना रहा है। हालांकि 55 साल के इस सफर में दुनिया की साक्षरता दर 67 फीसदी से बढ़कर 86 हो गई है।


26.2 करोड़ बच्चों का छूटा स्कूल यूनेस्को सांख्यिकी संस्थान (यूआईएस) के अनुसार कोरोना महामारी के कारण दुनियाभर में 82.6 करोड़ बच्चों की पढ़ाई मोबाइल और कंप्यूटर न होने के कारण प्रभावित हुई है।

No comments:
Write comments