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Thursday, March 20, 2025

परिषदीय स्कूलों में सत्र के पहले दिन बंटेंगी किताबें, हर जिले को मुहैया करा दी गई हैं किताबें

परिषदीय स्कूलों में सत्र के पहले दिन बंटेंगी किताबें, हर जिले को मुहैया करा दी गई हैं किताबें

चौथी से आठवीं कक्षा तक में बच्चों को मिलेंगी किताबें

एक से तीन के बच्चों को किताबें 15 अप्रैल के बाद 

बीआरसी पर कक्षा एक से आठ की किताबें पहुंचीं


20 मार्च 2025
लखनऊ। प्राइमरी स्कूलों में कक्षा चार से आठ के बच्चों को सत्र के पहले दिन से किताबें मिलेंगी। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से बीआरसी केंद्रों में किताबों की खेप पहुंचा दी गई है। स्कूलों से छात्र संख्या का ब्योरा मांगा गया है। अगले हफ्ते स्कूलों में किताबें पहुंचनी शुरू हो जाएंगी। प्राइमरी स्कूलों में एक अप्रैल से नया सत्र शुरू हो रहा है। जबकि कक्षा एक से तीन के बच्चों को 15 अप्रैल के बाद किताबें मिलेंगी।

लखनऊ में 1618 प्राइमरी स्कूलों में करीब पौने दो लाख बच्चे पंजीकृत हैं। 15 लाख से अधिक किताबें और कार्य पुस्तिकाएं बच्चों को वितरित की जानी हैं। विभाग छपाई करा चुका है। स्कूल महानिदेशक ने निर्देश दिये हैं कि बच्चों को पहले दिन से ही किताबें मुहैया करायी जाएं ताकि स्कूल खुलने के पहले दिन से बच्चों के बैग में किताबें हों। बीएसए कार्यालय से ब्लॉक वार बच्चों की संख्या के अनुपात में बीआरसी केन्द्रों को किताबें भेजी जा चुकी हैं। किताबों के वितरण को लेकर खण्ड शिक्षा अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये जा चुके हैं। स्कूलों से छात्र संख्या मांगी गई है।

प्राइमरी स्कूल के कक्षा एक से तीन के बच्चों को सत्र के पहले दिन किताबें नहीं मिल पाएंगी। इन तीनों कक्षाओं के बच्चों को एनसीईआरटी की किताबें दी जानी हैं। अभी यह किताबें छपी नहीं हैं। अधिकारियों का दावा है कि अप्रैल में किताब मिल जाएंगी। कक्षा एक में दाखिला लेने वाले बच्चों के लिये 15 अप्रैल तक विद्या प्रवेश या स्कूल रेडीनेस के तहत गतिविधियां होती हैं।


हर जिले को मुहैया करा दी गई हैं किताबें

पाठ्य पुस्तक अधिकारी माधव जी तिवारी का कहना है कि कक्षा चार से आठ की किताबें बच्चों की संख्या के मुताबिक हर जिले को मुहैया करा दी गई हैं। बीएसए को निर्देश दिये गए हैं कि सत्र शुरू होने से पहले किताबें स्कूलों में पहुंचा दें। ताकि छात्रों को पहले दिन किताबें दी जा सकें। पहली से तीसरी कक्षा की किताबों में कुछ वक्त लगेगा। कक्षा एक के बच्चों के लिए स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम के तहत गतिविधियां संचालित की जाएंगी। उसके बाद किताब पहुंच जाएंगी।



शैक्षिक सत्र में नई किताबों से पढ़ेंगे परिषदीय स्कूलों के बच्चे

10 मार्च 2025
अबकी बार कक्षा आठ तक के बच्चे नये शैक्षिक सत्र में पुराने कोर्स से नहीं, बल्कि नये कोर्स से पढ़ाया जाएगा। इसके लिए विभाग को कक्षा चार से आठ तक का शत-प्रतिशत नया कोर्स उपलब्ध हो गया है। जबकि एक से कक्षा तीन तक का कोर्स खरीदने के लिए आर्डर नहीं मिला है। जिसके शीघ्र ही मिलने की उम्मीद है। फिलहाल एक अप्रैल को सभी स्कूलों के बच्चों को नये कोर्स का वितरण कराने की दावेदारी की जा रही है।

विद्यालयों में मुफ्त नया कोर्स उपलब्ध कराने के निर्देश है। मगर इसके बावजूद नये शैक्षिक सत्र शुरू होने के बावजूद विभाग को नया कोर्स उपलब्ध नहीं कराया जाता है। जिसमें विद्यालयों के प्रधानाध्यापक वार्षिक परीक्षाफल के बाद बच्चों से पुरानी किताबें जमा करा लेते हैं और कई-कई माह तक कोर्स नहीं मिलने से बच्चों को पुरानी किताबों से ही पढ़ाते हैं। 

प्रधानाध्यापकों का कहना है कि एक पुराने कोर्स से दो से तीन बच्चों की पढ़ाई कराई जाती है। मगर अबकी बार अभी से ही विभाग ने नये शैक्षिक सत्र की पढ़ाई के कराने के लिए नया कोर्स का इंतजाम करना शुरू कर दिया है। जिसमें कक्षा चार से आठ तक के सभी बच्चों का नया शतप्रतिशत कोर्स उपलब्ध हो गया है। जबकि नई शिक्षा नीति में कक्षा एक से तीन तक के बच्चों की पढ़ाई के लिए एनसीईआरटी कोर्स लागू कर दिया है। मगर अभी तक कोर्स खरीदने के लिए आर्डर नहीं मिला है। आर्डर मिलते ही कक्षा तीन तक के बच्चों का नया कोर्स खरीदने की तैयारी है।




नए शिक्षा सत्र के पहले दिन बच्चों को पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग पूरी तरह से गंभीर , नई कक्षा में पहुंचते ही मिलेंगी नई पुस्तकें


लखनऊ । परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक सत्र 2025-26 में पंजीकृत बच्चों को पुरानी पुस्तक के सहारे पढ़ाई नहीं करनी होगी। सत्र शुरू होते ही पहले दिन पंजीकृत बच्चों को नई किताबें वितरित की जाएंगी। किताबों को बीआरसी के माध्यम से स्कूल पहुंचाया जा रहा है। एक अप्रैल को किताबों का वितरण कराने की तैयारी है।

कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को शिक्षित करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से पुस्तकें भेजे जाने की तैयारी हैं। शैक्षिक सत्र में विभिन्न कक्षाओं में पंजीकृत बच्चे 24 मार्च से परीक्षा देने के बाद एक अप्रैल से नवीन कक्षा में प्रवेश करेंगे। नवीन कक्षा में प्रवेश के बाद शैक्षिक सत्र 2025-26 में बच्चों को पुरानी पाठ्य पुस्तक से शिक्षण कार्य करने की परेशानी नहीं होगी। सत्र शुरू होने के बाद स्कूल पहुंचे बच्चों के हाथों में नई किताबें होंगी।


नए शिक्षा सत्र के पहले दिन बच्चों को पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग पूरी तरह से गंभीर है। पहले चरण में कक्षा तीन से आठ तक पढ़ने वाले बच्चों को पुस्तकें मुहैया कराने का फैसला लिया गया है। एक अप्रैल से नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होगी। नामित संस्थाएं अब तक बेसिक शिक्षा विभाग को काफी पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध करा चुकी है, शेष किताबें भी आ रही हैं।

विभाग की तैयारी है कि सत्यापन का कार्य होते ही बीआरसी पर पुस्तकें भेजी जाएंगी, वहां से स्कूलों तक किताबें पहुंचाई जाएंगी। विभाग के जानकारों की मानें तो कक्षा एक और दो के लिए एनसीईआरटी से किताबें आएंगी। किताबों की आपूर्ति मिलने के बाद विभाग ने गोदाम में सुरक्षित रखवाने के बाद जिला स्तरीय कमेटी से सत्यापन के साथ वितरण की कवायद शुरू कर दी है।

 एक अप्रैल से प्रारंभ होने वाले शिक्षा सत्र के पहले दिन ही बच्चों को पुस्तकें मुहैया कराई जाएंगी। बीआरसी के माध्यम से विद्यालयों तक पहुंचाने का खाका तैयार कर लिया गया है। आपूर्ति मिलने के साथ सत्यापन समेत अन्य प्रक्रिया पूरी कर अप्रैल के प्रथम सप्ताह में स्कूलों में समारोह आयोजित कर परीक्षा फल वितरण के साथ बच्चों को पाठ्य पुस्तकें वितरित की जाएंगी।

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