नए सत्र से 10 फीसदी तक अधिक चुकानी होगी फीस, प्राइवेट स्कूलों में फीस बढ़ाने की तैयारी
लखनऊ। आपके बच्चे भी निजी स्कूलों में पढ़ते हैं तो नए सत्र 2025-26 से अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार रहें। स्कूल प्रबंधकों ने 10 प्रतिशत तक फीस बढ़ाने की तैयारी की है। कुछ कॉशन मनी व अन्य सुविधाओं के नाम पर भी फीस में इजाफा करेंगे। ऐसे में फीस में 10 फीसदी और अन्य सुविधाओं के नाम पर लिए जाने वाले शुल्क में पांच प्रतिशत की वृद्धि होगी। इसके पीछे स्कूल प्रबंधकों का तर्क है कि हर साल शिक्षकों व कर्मचारियों के वेतन में इजाफा किया जाता है। ऐसे में फीस बढ़ाना उनकी मजबूरी है।
नहीं वापस की फीस : कोरोनाकाल में फीस में 15 प्रतिशत की छूट थी। स्कूलों ने यह फीस अभिभावकों को नहीं वापस की। कुछ विद्यालयों ने तो इसे अगली फीस में जोड़ लिया, लेकिन जिन्होंने अपने बच्चे को अगले साल उस विद्यालय में नहीं पढ़ाया उन्हें पैसे वापस नहीं मिले।
स्कूलों में अभी ली जा रही फीस
■ लामार्टिनियर बॉयज स्कूल : प्रवेश शुल्क 95,000 रुपये, वार्षिक फीस 99,550 रुपये
■ जीडी गोयनका स्कूल शहीद पथ : प्रवेश शुल्क 55 हजार रुपये, वार्षिक फीस 1,55,600 रुपये
■ सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल गोमतीनगर : प्रवेश शल्क 35 हजार रुपये, वार्षिक फीस 1,11,180 रुपये
■ सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल शहीद पथ : प्रवेश शुल्क 60 हजार रुपये, वार्षिक फीस 1,40,000 रुपये
■ स्टडी हाल : प्रवेश शुल्क 32,500 रुपये, वार्षिक फीस 93,600 रुपये
■ केआर मंगलम स्कूल : प्रवेश शुल्क 50 हजार रुपये, वार्षिक फीस 1,23,000 रुपये
■ मिलेनियम स्कूल : प्रवेश शुल्क 48 हजार रुपये, वार्षिक फीस 1,02,240
■ दिल्ली पब्लिक स्कूल गोमतीनगर विस्तार : प्रवेश शुल्क 30 हजार रुपये, वार्षिक फीस 89,880 रुपये
■ सिटी मॉटेसरी स्कूल : प्रवेश शुल्क 17 हजार रुपये, वार्षिक फीस 53,640
यूनिफॉर्म भी बदलने की तैयारी
शहर के आधा दर्जन स्कूल इस सत्र से यूनिफॉर्म भी बदलने की तैयारी में हैं। इससे पहले मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने मंडल के सभी डीएम को पत्र जारी कर नियम का हवाला दिया है। नियम के मुताबिक कोई भी स्कूल प्रबंधक पांच सत्र बीतने के पहले यूनिफॉर्म नहीं बदल सकता है। हालांकि, अभिभावक संघ का कहना है कि निजी स्कूल मानेंगे नहीं। दुकानदारों से सांठगांठ चलती रहेगी।
फीस रेगुलेशन एक्ट के तहत फीस में इजाफा होना है। इस पर दो से तीन दिनों में निर्णय होगा। मानक से अधिक फीस नहीं बढ़ेगी। ~ अनिल अग्रवाल अध्यक्ष, अनएडेड स्कूल एसोसिएशन
No comments:
Write comments