मनमाने ढंग से फीस वसूली पर लगेगा ब्रेक, डिग्री कॉलेजों में मेडिकल व इंजीनियरिंग की तर्ज पर बीएससी बीए की भी फीस तय होगी
प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों की तर्ज पर शुल्क निर्धारण
7925 डिग्री कॉलेजों में 54.76 लाख छात्र पढ़ रहे
लखनऊ। अब मेडिकल व इंजीनियरिंग की तर्ज पर परंपरागत पाठ्यक्रमों की भी मानक फीस निर्धारित की जाएगी। बीए, बीएससी व बीकॉम के समान्य और ऑनर्स पाठ्यक्रमों का शुल्क निर्धारण प्रोफेशनल कोर्सों की तर्ज पर किया जाएगा। उपलब्ध संसाधनों व सुविधाओं के अनुसार एक निश्चित शुल्क से अधिक कॉलेज नहीं वसूल सकेंगे। उच्च शिक्षा विभाग इसकी तैयारी में जुट गया है।
अभी बीए, बीएससी व बीकॉम की प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों की तरह कोई मानक फीस निर्धारित न होने से कॉलेज मनमाने ढंग से फीस वसूलते हैं। खासकर सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में स्थिति और खराब है। राजकीय, एडेड व सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में फीस को लेकर काफी असमानता है। किसी कॉलेज में बीए व बीएससी की फीस तीन हजार से लेकर आठ हजार रुपये है तो कहीं यह 15-20 हजार रुपये प्रति सेमेस्टर तक है।
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