10वीं में विद्यांशु, 12वीं में भूमिका टापर
उप्र माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की 10वीं की परीक्षा में 92.58 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण, 12वीं में 87.82 प्रतिशत परीक्षार्थी हुए सफल
लखनऊः उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद ने वर्ष 2025 की बोर्ड परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। इस बार पूर्व मध्यमा द्वितीय (10वीं) में 92.58 प्रतिशत और उत्तर मध्यमा द्वितीय (12वीं) में 87.82 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल हुए हैं। मऊ के विद्यांशु शर्मा ने 10वीं में 93.42 प्रतिशत अंक पाकर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है, जबकि 12वीं में जौनपुर की भूमिका ने 85.21 प्रतिशत अंकों के साथ टाप किया है। परिषद ने दोनों कक्षाओं की परीक्षाओं में शीर्ष 10 विद्यार्थियों की सूची भी जारी की है।
27 फरवरी से 12 मार्च तक प्रदेश के 247 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित हुई थी। पहली बार पूरी परीक्षा प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में कराई गई, जिससे पारदर्शिता बढ़ी और नकल पर रोक लगी। प्रदेश के 1265 संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में से 1075 विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने परीक्षा में हिस्सा लिया। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार न केवल परिणाम भी बेहतर रहा।
10वीं में 13,574 और 12वीं में 5,160 छात्र-छात्राएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं। टाप-10 में छात्राओं की मजबूत उपस्थिति रही है। 12वीं में 11 और 10वीं में पांच छात्राएं प्रदेश स्तर पर चमकीं हैं। बुधवार को लखनऊ स्थित निदेशक माध्यमिक शिक्षा के शिविर कार्यालय में माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेंद्र देव और संस्कृत शिक्षा परिषद के सचिव शिवलाल ने संयुक्त रूप से परिणाम जारी किए।
परिषद की वेबसाइट पर देखें रिजल्ट
परिषद के सचिव शिवलाल ने बताया कि इस साल पहली बार माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में कराई गई। इस साल की परीक्षा में बीते साल की अपेक्षा 8708 परीक्षार्थी अधिक पास हुए हैं। उन्होंने बताया कि छात्र परीक्षा परिणाम परिषद की वेबसाइट www.upmssp.com पर भी देख सकते हैं।
छात्रवृत्ति से विद्यार्थियों में संस्कृत के प्रति बढ़ा रुझान डॉ. महेंद्र
लखनऊ। माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र देव ने बताया कि राज्य सरकार संस्कृत विद्यालयों में पढ़ने वाले हर छात्र को छात्रवृत्ति दी जा रही है। यह कक्षा छह से आचार्य (पीजी) तक 600 से तीन हजार रुपये महीने तक है। इसके लिए 75 फीसदी उपस्थिति व पिछली क्लास में 50 फीसदी नंबर होना अनिवार्य है। कहा, इससे संस्कृत की पढ़ाई के प्रति विद्यार्थियों का रुझान बढ़ रहा है। परिणाम में यह साफ दिख रहा है। आधुनिक विषयों में एनसीईआरटी की किताबें लागू की गई हैं। युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा देने के लिए चार एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू करने के साथ ही परिषद को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान की समकक्ष सूची में शामिल किया गया है। मान्यता की शर्त को शिथिल कर अब 30 साल की लीज पर मान्यता दी जा रही है। ब्यूरो
इंटर में छात्राओं का दबदबा
संस्कृत शिक्षा परिषद के परीक्षा परिणाम में उत्तर मध्यमा द्वितीय (12वीं) में छात्राओं का दबदबा रहा है। टॉप टेन सूची में 11 छात्राएं और दो छात्र हैं। पूर्व मध्यमा द्वितीय (10वीं) में 11 छात्र व चार छात्राएं हैं। 10वीं में बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 92.62 और बालिकाओं का 92.45 है। 12वीं में बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 87.18 और बालिकाओं का 89.50 है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद बोर्ड का आज जारी होगा परिणाम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद का बोर्ड परीक्षा का परिणाम बुधवार को जारी किया जाएगा।
परिषद के सचिव शिवलाल ने बताया कि विभाग की ओर से पूर्व मध्यमा द्वितीय (10वीं), उत्तर मध्यमा प्रथम (11वीं) व उत्तर मध्यमा द्वितीय (12वीं) का परीक्षा परिणाम शाम चार बजे राजधानी स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशक कार्यालय से जारी किया जाएगा।
परीक्षाफल संस्कृत शिक्षा परिषद की वेबसाइट www.upmssp.com पर भी देखा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षाएं 27 फरवरी से 12 मार्च के बीच आयोजित की गई थीं। परीक्षा में लगभग 57 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे।
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