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Thursday, May 1, 2025

CISCE : 10वीं में 99.09% और 12वीं में क्रमशः 99.02% पास, बेटियां फिर आगे

CISCE : 10वीं में 99.09% और 12वीं में क्रमशः 99.02% पास,  बेटियां फिर आगे


नई दिल्ली । इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) के दसवीं व बारहवीं के परिणाम बुधवार को घोषित कर दिए गए। नतीजों में एक बार फिर छात्राओं ने बाजी मारी।

दसवीं कक्षा में इस साल 99.45 प्रतिशत छात्राएं उत्तीर्ण हुईं जबकि छात्रों में 96.64 फीसदी ने सफलता हासिल की। वहीं बारहवीं कक्षा में भी लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया और 99.45 प्रतिशत छात्राएं सफल रहीं जबकि 98.64 फीसदी छात्र परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। दसवीं की परीक्षा 67 विषयों में किसी संचालित की गई थी जिनमें 20 भारतीय भाषा व 14 विदेशी भाषा की परीक्षा शामिल थीं। वहीं बारहवीं कक्षा में 47 विषयों की परीक्षा हुई जिनमें 4 विदेशी भाषा, 12 भारतीय भाषा और 2 शास्त्रीय भाषा शामिल थीं।

बोर्ड के मुख्य कार्यकारी जोसेफ इमैनुएल ने कहा कि छात्र डिजीलॉकर पर भी अपना परिणाम देख सकते हैं। साथ ही सीआईएससीई की वेबसाइट व करियर्स पोर्टल पर भी परिणाम उपलब्ध है। दसवीं व बारहवीं की सुधारात्मक परीक्षाएं जुलाई में आयोजित की जाएंगी।

इस साल दसवीं में 2803 स्कूलों से 2,52,557 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे जिनमें से 2308 परीक्षार्थी सफल नहीं हो सके। परीक्षा में शामिल 48 दृष्टिबाधित छात्रों में से 13 ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित किए। वहीं सीखने में दिक्कत की विशिष्ट समस्या जैसे डिसलेक्सिया आदि से पीड़ित 1184 छात्रों में से 112 ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। 

वहीं बारहवीं कक्षा में 1460 स्कूलों से 99,551 परीक्षार्थियों में से 973 छात्र उत्तीर्ण नहीं हो सके। बारहवीं परीक्षा में भी 17 दृष्टिबाधित बच्चों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। वहीं सीखने में दिक्कत की विशिष्ट समस्या वाले 29 परीक्षार्थियों ने 90 फीसदी से अधिक अंक अर्जित किए।

बारहवीं के नतीजों में 99.76 प्रतिशत सफलता के साथ दक्षिण क्षेत्र ने बाजी मारी जबकि पश्चिम क्षेत्र 99.72 प्रतिशत सफल परीक्षार्थियों के साथ दूसरे स्थान पर रहा।




CISCE बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा के नतीजे आज


नई दिल्ली। सीआईएससीई बोर्ड की कक्षा 10 व 12वीं के नतीजे बुधवार सुबह 11 बजे घोषित किए जाएंगे। 


द काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जोसेफ इमैनुएल ने बताया कि सीआईएससीई वेबसाइट या बोर्ड के कॅरिअर पोर्टल पर परिणाम देखे जा सकते हैं। नतीजे डिजिलॉकर से भी देखे जा सकेंगे। सुधार परीक्षाएं जुलाई में होंगी। 

अशासकीय विद्यालयों के शिक्षकों की पदोन्नति का रास्ता हुआ साफ, पदोन्नति व सेवा संबंधी मामलों में माध्यमिक शिक्षा अधिनियम की व्यवस्था होगी लागू

DIOS की कमिटी करेगी प्रमोशन की सिफारिश, एडेड माध्यमिक शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के प्रमोशन की रुकावट फिलहाल दूर


लखनऊ : एडेड माध्यमिक इंटर कॉलेजों में शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के प्रमोशन की रुकावट फिलहाल दूर हो गई है। प्रदेश सरकार ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक को निर्देश दिए हैं कि जब तक शिक्षा सेवा चयन आयोग में नई व्यवस्था नहीं होती, तब तक इंटरमीडिएट ऐक्ट की व्यवस्था के तहत प्रमोशन किए जाएं। इस तरह अब DIOS की अध्यक्षता वाली कमिटी के जरिए प्रमोशन हो सकेंगे। 


इंटरमीडिएट ऐक्ट 1921 में बना था। उसमें DIOS की अध्यक्षता वाली कमिटी प्रमोशन की सिफारिश करती थी। 1982 में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में यह व्यवस्था बन गई कि संयुक्त शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता वाली कमिटी प्रमोशन की सिफारिश करेगी।


 अब प्रदेश सरकार ने शिक्षा सेवा चयन आयोग गठित कर दिया है और तब से शिक्षकों के प्रमोशन रुके हैं। अब आयोग में नया प्रावधान जोड़ने के लिए ऐक्ट में संशोधन करना पड़ेगा। इस बीच शिक्षकों की मांग को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने शासन से राय मांगी थी। इस पर शासन ने नई व्यवस्था दी है।



अशासकीय विद्यालयों के शिक्षकों की पदोन्नति का रास्ता हुआ साफ, पदोन्नति व सेवा संबंधी मामलों में माध्यमिक शिक्षा अधिनियम की व्यवस्था होगी लागू

माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जारी किया शासनादेश, शिक्षक संगठनों ने जताई खुशी

लखनऊ। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की सेवा सुरक्षा व पदोन्नति को लेकर चल रही मांग को शासन ने मान लिया है। इससे एडेड विद्यालयों के शिक्षकों की पदोन्नति का रास्ता भी साफ हो जाएगा। शिक्षक संगठनों ने इस पर खुशी जताई है।

प्रदेश में उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग के गठन के बाद से शिक्षक पहले से चल रही धारा 12 व धारा 16 को नए आयोग में शामिल करने व प्रभावी करने की मांग कर रहे थे। इसे लेकर शिक्षक एमएलसी ने विधान परिषद में भी मामला गया था।

इस क्रम में माध्यमिक शिक्षा विभाग के विशेष सचिव कृष्ण कुमार गुप्ता ने शासनादेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग अधिनियम 2023 की धारा 12 व 16 में दी गई व्यवस्था के क्रम में एडेड विद्यालयों के शिक्षकों को सेवा संबंधित प्रकरणों का निस्तारण कर सकेंगे। माध्यमिक शिक्षा निदेशक इसके तहत व्यवस्था के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी करेंगे। इस शासनादेश के बाद एडेड माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की सेवा संबंधी प्रकरणों का समाधान सरलता से किया जा सकेगा।


माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने बताया कि उप्र शिक्षा सेवा चयन आयोग अधिनियम 2023 में पदोन्नति तथा सेवा संबंधी मामलों का उल्लेख नहीं था, जिससे शिक्षकों की पदोन्नति व सेवा संबंधी मामलों के निस्तारण में कठिनाई आ रही थी। इस शासनादेश के प्रभावी होने से संबंधित मामलों के निस्तारण में सरलता होगी।


वहीं उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) के प्रदेश मंत्री संजय द्विवेदी व पांडेय गुट के ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षक संगठनों की मांग पर यह शासनादेश जारी किया गया है। इस आदेश के जारी होने के बाद अधिकारियों को शिक्षकों के लंबित मामले जल्द से जल्द निस्तारित करना चाहिए।


उप्र माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की 10वीं की परीक्षा में 92.58 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण, 12वीं में 87.82 प्रतिशत परीक्षार्थी हुए सफल


10वीं में विद्यांशु, 12वीं में भूमिका टापर

उप्र माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की 10वीं की परीक्षा में 92.58 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण, 12वीं में 87.82 प्रतिशत परीक्षार्थी हुए सफल 


लखनऊः उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद ने वर्ष 2025 की बोर्ड परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। इस बार पूर्व मध्यमा द्वितीय (10वीं) में 92.58 प्रतिशत और उत्तर मध्यमा द्वितीय (12वीं) में 87.82 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल हुए हैं। मऊ के विद्यांशु शर्मा ने 10वीं में 93.42 प्रतिशत अंक पाकर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है, जबकि 12वीं में जौनपुर की भूमिका ने 85.21 प्रतिशत अंकों के साथ टाप किया है। परिषद ने दोनों कक्षाओं की परीक्षाओं में शीर्ष 10 विद्यार्थियों की सूची भी जारी की है।


27 फरवरी से 12 मार्च तक प्रदेश के 247 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित हुई थी। पहली बार पूरी परीक्षा प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में कराई गई, जिससे पारदर्शिता बढ़ी और नकल पर रोक लगी। प्रदेश के 1265 संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में से 1075 विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने परीक्षा में हिस्सा लिया। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार न केवल परिणाम भी बेहतर रहा।


 10वीं में 13,574 और 12वीं में 5,160 छात्र-छात्राएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं। टाप-10 में छात्राओं की मजबूत उपस्थिति रही है। 12वीं में 11 और 10वीं में पांच छात्राएं प्रदेश स्तर पर चमकीं हैं। बुधवार को लखनऊ स्थित निदेशक माध्यमिक शिक्षा के शिविर कार्यालय में माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेंद्र देव और संस्कृत शिक्षा परिषद के सचिव शिवलाल ने संयुक्त रूप से परिणाम जारी किए।



परिषद की वेबसाइट पर देखें रिजल्ट

परिषद के सचिव शिवलाल ने बताया कि इस साल पहली बार माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में कराई गई। इस साल की परीक्षा में बीते साल की अपेक्षा 8708 परीक्षार्थी अधिक पास हुए हैं। उन्होंने बताया कि छात्र परीक्षा परिणाम परिषद की वेबसाइट www.upmssp.com पर भी देख सकते हैं।


छात्रवृत्ति से विद्यार्थियों में संस्कृत के प्रति बढ़ा रुझान डॉ. महेंद्र

लखनऊ। माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र देव ने बताया कि राज्य सरकार संस्कृत विद्यालयों में पढ़ने वाले हर छात्र को छात्रवृत्ति दी जा रही है। यह कक्षा छह से आचार्य (पीजी) तक 600 से तीन हजार रुपये महीने तक है। इसके लिए 75 फीसदी उपस्थिति व पिछली क्लास में 50 फीसदी नंबर होना अनिवार्य है। कहा, इससे संस्कृत की पढ़ाई के प्रति विद्यार्थियों का रुझान बढ़ रहा है। परिणाम में यह साफ दिख रहा है। आधुनिक विषयों में एनसीईआरटी की किताबें लागू की गई हैं। युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा देने के लिए चार एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू करने के साथ ही परिषद को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान की समकक्ष सूची में शामिल किया गया है। मान्यता की शर्त को शिथिल कर अब 30 साल की लीज पर मान्यता दी जा रही है। ब्यूरो


इंटर में छात्राओं का दबदबा

संस्कृत शिक्षा परिषद के परीक्षा परिणाम में उत्तर मध्यमा द्वितीय (12वीं) में छात्राओं का दबदबा रहा है। टॉप टेन सूची में 11 छात्राएं और दो छात्र हैं। पूर्व मध्यमा द्वितीय (10वीं) में 11 छात्र व चार छात्राएं हैं। 10वीं में बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 92.62 और बालिकाओं का 92.45 है। 12वीं में बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 87.18 और बालिकाओं का 89.50 है।



उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद बोर्ड का आज जारी होगा परिणाम


लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद का बोर्ड परीक्षा का परिणाम बुधवार को जारी किया जाएगा। 


परिषद के सचिव शिवलाल ने बताया कि विभाग की ओर से पूर्व मध्यमा द्वितीय (10वीं), उत्तर मध्यमा प्रथम (11वीं) व उत्तर मध्यमा द्वितीय (12वीं) का परीक्षा परिणाम शाम चार बजे राजधानी स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशक कार्यालय से जारी किया जाएगा। 


परीक्षाफल संस्कृत शिक्षा परिषद की वेबसाइट www.upmssp.com पर भी देखा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षाएं 27 फरवरी से 12 मार्च के बीच आयोजित की गई थीं। परीक्षा में लगभग 57 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे।