यूपी बोर्ड के विद्यार्थियों को मिलेगा बहुआयामी प्रगति पत्र, हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के प्रश्नपत्रों की नए सिरे से तैयार की जाएगी रूपरेखा
प्रयागराज। यूपी बोर्ड के कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों को बहुआयामी प्रगति पत्र (होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड) भी दिया जाएगा। साथ ही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के प्रश्नपत्रों की रूपरेखा नए सिरे से तैयार की जाएगी।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) और यूपी बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में सात से 11 जुलाई तक झुंसी स्थित जीबी पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान में प्रस्तावित कार्यशाला में बहुआयामी प्रगति पत्र को विकसित करने पर चर्चा की जाएगी।
यह प्रगति पत्र विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा के बाद मिलने वाले अंकपत्र सह प्रमाणपत्र के अलावा प्रदान किया जाएगा। इसमें विद्यार्थियों की शैक्षिक गतिविधि से इतर समग्र शिक्षणेत्तर व्यक्तित्व का मूल्यांकन अंकित किया जाएगा।
इसके लिए एनसीईआरटी के रिसोर्स पर्सन 60 विशेषज्ञों व अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। कार्यशाला का उद्देश्य प्रश्नपत्रों के मानकीकरण व यूपी बोर्ड को देश के अन्य शैक्षणिक बोर्ड के समान करना है। कार्यशाला के बाद प्रश्नपत्रों के लिए दिशा-निर्देश तैयार किए जाएंगे।
कार्यशाला में यूपी बोर्ड के विशेषज्ञों के अलावा राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान, राज्य शिक्षा संस्थान, आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान व राज्य हिंदी संस्थान वाराणसी के विशेषज्ञ, प्रदेश के विभिन्न जिलों से विशेषज्ञ शामिल होंगे।
नए सिरे से प्रश्नपत्रों की रूपरेखा तैयार की जाएगी
प्रयागराज । यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के प्रश्नपत्रों की रूपरेखा नए सिरे से तैयार होगी। इसके लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) और यूपी बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में सात से 11 जुलाई तक गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान झुंसी में कार्यशाला आयोजित की जाएगी। कार्यशाला में होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड (बहुआयामी प्रगति पत्र) को विकसित करने पर भी चर्चा होगी। यह प्रगति पत्र कक्षा नौ से 12 तक के छात्र-छात्राओं को वार्षिक परीक्षा के बाद मिलने वाले अंकपत्र सह प्रमाणपत्र के अलावा दिया जाएगा
जिसमें विद्यार्थी समग्र व्यक्तित्व का मूल्यांकन (शिक्षणेत्तर) अंकित होगा। इसमें एनसीईआरटी के रिसोर्स पर्सन लगभग 60 विशेषज्ञों और अधिकारियों को प्रशिक्षण देंगे। इसका उद्देश्य प्रश्नपत्रों का मानकीकरण और देशभर के अन्य शैक्षणिक बोर्ड के समान करना है। कार्यशाला में यूपी बोर्ड के शैक्षणिक कार्यों से जुड़े विशेषज्ञों एवं अधिकारियों के अलावा एससीईआरटी की इकाईयों राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान, राज्य शिक्षा संस्थान, आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान और राज्य हिन्दी संस्थान वाराणसी के विशेषज्ञ, प्रदेश के विभिन्न जिलों से विशेषज्ञ कुल लगभग 60 लोग प्रतिभाग करेंगे।
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