शिक्षक और प्रधान बोले, दबाव बनाकर कराया जा रहा है स्कूलों का विलय
शिक्षक और प्रधान बोले, दबाव बनाकर कराया जा रहा है स्कूलों का विलय
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने ब्लॉक स्तर पर की बैठक, संघ इस बारे में बैठक कर जल्द लेगा आगे के लिए निर्णय
लखनऊ। प्रदेश में कम नामांकन वाले स्कूलों के विलय (पेयरिंग) को लेकर चल रही प्रक्रिया के बीच उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने सोमवार को प्रदेशभर में स्कूल प्रबंध समिति, ग्राम प्रधानों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने बताया कि विभाग जबरन स्कूलों का विलय कर रहा है। इसे लेकर अनुचित दबाव बनाया जा रहा है।
संघ की ओर से हर जिले में सभी विकास खंडों में ब्लॉक अध्यक्ष, मंत्री व ब्लॉक पदाधिकारियों ने विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों व ग्राम प्रधानों के साथ बैठक की। इसमें स्कूलों के विलय से होने वाले विपरीत प्रभाव पर विचार किया गया। उन्होंने बताया कि विद्यालयों के विलय को लेकर शिक्षकों, एसएससी अध्यक्ष व ग्राम प्रधानों पर दबाव बनाकर सहमति ली जा रही है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि स्कूलों का विलय नियम विरुद्ध तरीके से किया जा रहा है। यह शिक्षा का अधिकार अधिनियम के भी खिलाफ है। इस कवायद का असर आने वाले दिनों में स्कूलों में बच्चों के नामांकन में भी दिखेगा। उन्होंने बताया कि संगठन इस मामले में पदाधिकारियों से वार्ता कर आगे का निर्णय लेगा। जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी।
तीन से सीएम को भिजवाएंगे ज्ञापन
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के पेयरिंग के विरोध में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने आंदोलन के अगले चरण का एलान किया है। इसमें तीन से 15 जुलाई तक प्रदेश के सभी जिला पदाधिकारी व प्रभावित विद्यालय प्रबंध समितियां, संबंधित ग्राम प्रधानों के साथ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर विद्यालय को बंद करने से रोकने की मांग करेंगे। संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी व प्रदेश महामंत्री उमाशंकर सिंह ने बताया कि विद्यालय पेयरिंग के विरुद्ध आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
विलय के विरोध में आप का प्रदेशभर में प्रदर्शन दो को
लखनऊ। प्रदेश के सरकारी स्कूलों को बंद किए जाने के विरोध में आम आदमी पार्टी (आप) दो जुलाई को प्रदेशभर में विरोध-प्रदर्शन करेगी। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे ने बयान जारी कर कहा कि 27 हजार सरकारी स्कूलों को बंद किए जाने के सरकार के फैसले के खिलाफ पूरे प्रदेश के लोगों में गुस्सा है। गांव-गांव में इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में 42 लाख बच्चों ने सरकारी स्कूलों की शिक्षा छोड़ी है।