शिक्षकों का कोड अमान्य, समस्याओं के चलते नहीं कर पा रहे आवेदन, आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग
प्रयागराज । प्रदेश के 4517 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्यों, प्रधानाध्यापकों, प्रवक्ता और सहायक अध्यापकों के स्थानान्तरण के लिए ऑनलाइन आवेदन को लेकर कई तरह की समस्या हो रही है। सैकड़ों शिक्षकों का मानव संपदा पोर्टल कोड या मोबाइल नंबर अमान्य बता रहा है।
इन शिक्षकों ने बकायदा ई-मेल करके अपर शिक्षा माध्यमिक सुरेन्द्र कुमार तिवारी को समस्या से अवगत कराते हुए आवेदन की अंतिम तिथि 14 जून को बढ़ाने का अनुरोध किया है। माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी का कहना है कि ऑनलाइन स्थानान्तरण के नाम पर शिक्षकों के साथ मजाक किया जा रहा है। आवेदन के लिए अतिरिक्त समय देते हुए वेबसाइट की तकनीकी समस्याएं तत्काल दूर की जाएं।
पोर्टल विधुर भरांक नहीं : श्री गांधी ग्रामोद्योग इंटर कॉलेज भरोसा झांसी के हिंदी शिक्षक सुनील कुमार की पत्नी का 11 सितंबर 2024 को प्रसव के दौरान निधन हो गया था। वह झांसी में रहकर तीन बच्चों की देखभाल नहीं कर पा रहे हैं। आवेदन के पोर्टल पर विधुर भारांक नहीं दिख रहा है, जिससे उनके आवेदन में समस्या आ रही है डीएवी इंटर कॉलेज बिलासपुर रामपु के शिक्षक नीरज गंगवार की शिकाय है कि ऑनलाइन आवेदन पारस्परिक स्थानान्तरण का विकल नहीं दिख रहा है।
केस 1
मोतीलाल नेहरू मेमोरियल गर्ल्स इंटर कॉलेज लखनऊ की शिक्षिका ममता सेजवार, बरला इंटर कॉलेज बरला मुजफ्फरनगर के सहायक अध्यापक सेवा सदन, सेठ हरचरण दास गर्ल्स इंटर कॉलेज हाथरस के संस्कृत शिक्षक संतोष सिंह, राजा प्रताप विक्रम शाह इंटर कॉलेज सिंगाही खीरी के शिक्षक कृष् अवतार द्विवेदी, श्री नेहरू स्मारक भगवानदास इंटर कॉलेज मैड हाथरसा का मानव संपदा कोड और मोबाइल नंबर अमान्य बता रहा है।
केस 2
जनता इंटर कॉलेज पुरसौली हरदोई के विज्ञान शिक्षक मनोज कुमार का वर्ग पोर्टल पर ओबीसी दिखा रहा है, जबकि उनका चयन सामान्य वर्ग में हुआ है। कल्पना इंटर कॉलेज दिलावरपुर मड़ियाहूं जौनपुर विजय सिंह यादव का पोर्टल पर वर्ग सामान्य दिख रहा है, जबकि वह ओबीसी वर्ग के हैं।
शिक्षकों के हजारों पद दबा ले गए अधिकारी, ऑनलाइन सूची में सिर्फ 150 पद खाली दिखाई दे रहे, प्रदेश भर में शिक्षकों-प्रधानाचार्यों के 28,535 पद हैं रिक्त
4512 प्रधानावायों के 40 फीसदी पद खाली
संबद्ध प्राइमरी में 1600 से अधिक पद हैं रिक्त, 586 दिख रहे
प्रयागराज । प्रदेश के 4512 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के ऑनलाइन स्थानान्तरण के लिए हजारों रिक्त पदों की सूचना प्रबंधकों और अफसरों ने पोर्टल पर अपलोड नहीं की। शिक्षा निदेशालय की ओर से पिछले साल शासन को भेजी गई सूचना के मुताबिक इन कॉलेजों में सहायक अध्यापकों या प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) के स्वीकृत 70803 पदों में से 20999 और प्रवक्ता के स्वीकृत 22220 पदों में से 4703 खाली हैं। प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापकों के 4512 पदों में से महज 1679 पद भरे हुए हैं और आधे से अधिक 2833 खाली हैं।
इस प्रकार शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के कुल 28,535 पद रिक्त हैं। इनमें से तीन साल पहले विज्ञापित टीजीटी पीजीटी के 4163 पदों को हटा दें और ऑफलाइन तबादले के लिए चार हजार पदों पर अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) जारी होना मान लिया जाए तो भी 20 हजार से अधिक पदों का विकल्प शिक्षकों को ऑनलाइन आवेदन लिए मिलना चाहिए। हालांकि प्रबंधकों और जिला विद्यालय निरीक्षकों ने शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के कुल 6104 पद ही पोर्टल पर प्रदर्शित किए हैं। शहरी क्षेत्र के अधिकांश स्कूलों के प्रबंधकों ने रिक्त पदों की सूचना नहीं भेजी है, ताकि ऑफलाइन तबादले की एनओसी के नाम पर कमाई कर सकें।
माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी का कहना है कि प्रदेश के लगभग साढ़े चार हजार एडेड माध्यमिक विद्यालयों में से 40 से 50 प्रतिशत में प्रधानाचार्य के पद रिक्त हैं, किंतु ऑनलाइन में केवल डेढ़ सौ विद्यालय प्रदर्शित हो रहे हैं। प्रयागराज के 181 विद्यालयों में से केवल दो विद्यालय के प्रधानाचार्य का पद रिक्त दिखाया गया है। प्रधानाचार्य के ये सभी पद प्रबंधकों और जिला विद्यालय निरीक्षकों ने रोक लिया है
बस्ती में सर्वाधिक 314, सोनभद्र में सबसे कम छह पद रिक्त
प्रयागराज। एडेड कॉलेज के शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के ऑनलाइन स्थानान्तरण के लिए पोर्टल पर 6104 रिक्त पद प्रदर्शित किए गए हैं। इनमें बस्ती में सर्वाधिक 314 जबकि सोनभद्र में सबसे कम छह पद दिखाई पड़ रहे हैं। अलीगढ़ में 239, गोरखपुर 202, मेरठ 200 और देवरिया 198 पद तबादले के लिए खोले गए हैं। अधिकांश पद उन स्कूलों के दिखाए गए हैं जो सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित हैं और जहां कोई शिक्षक जाना नहीं चाहता।
मांग : ऑनलाइन आवेदन में खोला जाए पारस्परिक स्थानांतरण का विकल्प
11 जून 2025
लखनऊ । अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के शिक्षक ऑनलाइन तबादला में पारस्परिक स्थानांतरण की व्यवस्था नहीं होने से शिक्षकों में नाराजगी है। उप्र. माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव को पत्र भेजकर ऑनलाइन आवेदन के साथ पारस्परिक तबादले का विकल्प खोले जाने की मांग उठायी है।
एकजुट संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा और महामंत्री राजीव यादव का कहना है कि अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के ऑनलाइन स्थानांतरण प्रक्रिया 10 जून से शुरू हुई है। ऑन लाइन में आवेदन में पारस्परिक तबादले का विकल्प नहीं होने से शिक्षक आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। जबकि सात जून को जारी शासनदेश में पारस्परिक तबादले को वरीयता देने की बात कही गई है।
शिक्षकों ने आपस में अपना-अपना पारस्परिक खोज चुके हैं, लेकिन वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन में पारस्परिक स्थानांतरण का कोई विकल्प नहीं खुल रहा है। इससे शिक्षक आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। निदेश्का से मांग है कि ऑनलाइन आवेदन में पारस्परिक स्थानांतरण का विकल्प खोला जाए।
स्थानांतरण प्रक्रिया में फंसे एडेड कालेजों के शिक्षक, तबादले के लिए 14 जून तक चलेगी आनलाइन आवेदन प्रक्रिया
शिक्षक संगठनों ने की आफलाइन आवेदन की तिथि बढ़ाने की मांग
लखनऊ : प्रदेश के 4512 सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए स्थानांतरण की आनलाइन आवेदन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है, जो 14 जून तक चलेगी। हालांकि, बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक भी हैं जो आवेदन की प्रक्रिया में फंस गए हैं, क्योंकि उन्होंने पहले आफलाइन आवेदन किया था और उनकी फाइलें अभी तक संबंधित कार्यालयों में लंबित हैं।
दरअसल, शिक्षा विभाग ने आनलाइन प्रक्रिया से पहले सात जून तक आफलाइन आवेदन करने का विकल्प भी दिया था। बहुत से शिक्षकों ने अपने वर्तमान विद्यालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेकर इच्छित विद्यालय में भी एनओसी के लिए आवेदन कर दिया था, लेकिन सात और आठ जून को अवकाश होने और समय की कमी के कारण उनकी फाइलें मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक या जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से निदेशालय तक नहीं पहुंच पाईं।
इस वजह से अब वे शिक्षक आनलाइन आवेदन भी नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि एक विद्यालय से पहले ही एनओसी प्राप्त कर चुके हैं। इस स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा ने शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डा. महेंद्र देव और अपर निदेशक सुरेन्द्र तिवारी से मुलाकात कर मांग की कि जिन शिक्षकों की पत्रावलियां अभी तक लंबित हैं, उनके हित में आफलाइन आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाया जाए।
संघ ने यह मांग भी दोहराई कि उन शिक्षकों के पुरानी पेंशन योजना का लाभ जल्द दिया जाए, जिनका चयन एक अप्रैल 2005 से पहले विज्ञापित पदों पर हुआ था।
इधर, शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि आफलाइन और आनलाइन दोनों माध्यम से आवेदन करने वाले शिक्षकों की स्थानांतरण सूची एक साथ ही जारी की जाएगी इसके साथ ही अपर शिक्षा निदेशक सुरेन्द्र तिवारी ने बताया कि अगले साल से स्थानांतरण की पूरी प्रक्रिय केवल आनलाइन होगी। आफलाइन का विकल्प नहीं दिया जाएगा, जिससे पारदर्शिता बनी रहे।
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