परफार्मेस ग्रेडिंग इंडेक्स रिपोर्ट से खुली यूपी में स्कूल शिक्षा की सच्चाई, देखें यूपी के टॉप 10 जिले
रिपोर्ट इसलिए खास, क्योंकि यह नीति आधारित मूल्यांकन को जिले स्तर पर सामने लाती है
रिपोर्ट शिक्षा के सुधार का रोडमैप, जान सकते हैं कि बच्चों की पढ़ाई पर कहां ध्यान देना है
सभी जिलों का शैक्षिक मूल्यांकन कर दिए गए हैं अंक, लर्निंग आउटकम में लखनऊ टाप पर
लखनऊ: आपके जिले के स्कूल बच्चों को क्या और कैसे पढ़ा रहे हैं? शिक्षक कितने प्रशिक्षित हैं? बच्चों की सुरक्षा और डिजिटल पढ़ाई का हाल कैसा है? इन तमाम सवालों का जवाब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की तैयार रिपोर्ट में है। स्कूल शिक्षा में जिलों की परफार्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआइ डी) रिपोर्ट 2022-23 और 2023-24 की जारी हुई है। इसमें प्रदेश में झांसी पहले स्थान पर है, जबकि राजधानी लखनऊ सातवें स्थान पर है। यह रिपोर्ट इसलिए बेहद खास है क्योंकि यह पहली बार नीति आधारित मूल्यांकन को जिलों के स्तर पर सामने लाती है, जिससे यह पता चलता है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) का कितना असर जमीन पर है।
रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों का शैक्षिक मूल्यांकन कर अंक दिया गया है। इसमें झांसी को सबसे अधिक 287 अंक मिले हैं, जबकि बलरामपुर का सबसे कम 172 अंक है। लखनऊ को कुल 235 अंक मिले हैं। खास बात ये है कि लर्निंग आउटकम में 106 अंक के साथ लखनऊ टाप-10 में बना रूप, लेकिन डिजिटल लर्निंग और सुरक्षा में सुधार की जरूरत है। यह रिपोर्ट शिक्षा के सुधार का रोडमैप है। इससे जिले यह जान सकते हैं कि कक्षा में पढ़ाई, डिजिटल संसाधनों या बच्चों की सुरक्षा पर कहां-कहां ध्यान देना है। इस रिपोर्ट के जरिये हर अभिभावक, शिक्षक और नीति निर्माता को अपने-अपने हिस्से की जिम्मेदारी नजर आती है। शिक्षा में जिला स्तर की कमियों और खूबियों का साफ आकलन किया जा सकता है।
इन बिंदुओं के मूल्यांकन पर ग्रेड
लर्निंग आउटकम्स (290 अंक)
कक्षा शिक्षण प्रक्रिया (इसीटी-90 अंक)
विद्यार्थी सहभागिता (आइएफ एंड एसई - 51 अंक)
स्कूल व छात्र सुरक्षा | एसएस एंड सीपी - 35 अंक)
डिजिटल लर्निंग (50 अंक)
प्रशासनिक प्रक्रिया (गर्वर्नेस प्रोसेस 84 अंक)
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