नवाचार के लिए राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में बनेगा गणित-विज्ञान क्लब, प्रधानाचार्य होंगे संरक्षक विद्यार्थी बनेंगे क्लब के सचिव
राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में गणित और विज्ञान क्लब का गठन कर नवाचार को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके तहत शिक्षक विद्यार्थियों की अभिरुचि को बढ़ाने के लिए काम करेंगे। क्लब के गठन के लिए विद्यालयों को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से धनराशि भेजी गई है। विद्यार्थियों की गणित व विज्ञान विषय में रुचि बढ़ाने के लिए जुलाई में विज्ञान और गणित क्लब का गठन किया जाएगा।
क्लब में विद्यालय के होनहार विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा। क्लब के गठन से बच्चों में तार्किक दृष्टिकोण, समस्या समाधान व गणित के सिद्धांतों को रोचक ढंग से सीखने का मौका मिलेगा। विद्यालयों में गठित होने वाले क्लब के संरक्षक प्रधानाचार्य होंगे। मार्गदर्शक के तौर पर संबंधित विषय के शिक्षक को शामिल किया जाएगा।
जबकि सचिव कक्षा 10 का वह छात्र होगा, जिसने कक्षा नौ में विज्ञान व गणित में सर्वाधिक अंक हासिल किए होंगे। आठवीं में इन विषयों में अधिक पाने वाले विद्यार्थियों को सहायक सचिव बनाया जाएगा। जबकि सदस्य कक्षा 10 व 11 वीं के छात्र होंगे।
राजकीय माध्यमिक स्कूलों में किया जाएगा गणित और विज्ञान क्लब का गठन
नवाचार को बढ़ावा देन के लिए राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान और गणित क्लब का गठन किया जाएगा। इसके तहत शिक्षक विद्यार्थियों की अभिरुचि को बढ़ाने के लिए काम करेंगे। इसके लिए स्कूलों को बजट भी जारी किया जाएगा।
राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की - गणित व विज्ञान विषय में रुचि बढ़ाने - के लिए गणित और विज्ञान क्लब का गठन किया जाएगा। इसमें इन दोनों - विषयों के होनहार छात्र-छात्राओं को शामिल किया जाएगा। विद्यालयों में गठित होने वाले क्लब के संरक्षक प्रधानाचार्य होंगे।
क्लब के अध्यक्ष 11वीं के उस मेधावी बच्चे को बनाया जाएगा, जिसने 10वीं में विज्ञान व गणित में सर्वाधिक अंक हासिल किए हैं। जबकि, सचिव कक्षा 10 का वह छात्र होगा, जिसने नौवीं में विज्ञान व गणित में सर्वाधिक अंक हासिल किए होंगे। क्लब के गठन को सभी स्कूलों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
No comments:
Write comments