प्रदेश के राजकीय महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर्स के स्थानांतरण में जमकर मनमानी, दो असिस्टेंट प्रोफेसरों का 11 दिन में तीन बार तबादला, नियम विरुद्ध गृह जनपद में तैनाती
पांच से 15 जून के बीच जारी हुए स्थानांतरण के आदेश
प्रयागराज। प्रदेश के राजकीय महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर के स्थानांतरण में जमकर मनमानी हुई है। सबसे चौंकाने वाली बात तो है कि दो असिस्टेंट प्रोफेसरों का 11 दिन में तीन महाविद्यालयों में तबादला कर दिया गया। राजकीय महाविद्यालय कुछेछा हमीरपुर में संस्कृत की शिक्षिका डॉ. वंदना कुमारी और राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय माधवपुरम मेरठ में रसायन विज्ञान के शिक्षक डॉ. सुरेश कुमार पटेल के लिए पांच से 15 जून के बीच तीन बार तैनाती आदेश जारी हुए हैं।
डॉ. वंदना का पांच जून को हमीरपुर से राजकीय महाविद्यालय जखौरा ललितपुर और डॉ. सुरेश कुमार पटेल का मेरठ से राजकीय महाविद्यालय मेजा प्रयागराज तबादला हुआ था। उसके बाद 15 जून को डॉ. सुरेश कुमार पटेल का तबादला मेजा से वापस मेरठ और 15 जून को ही उनका तबादला मेरठ से राजकीय महाविद्यालय सिराथू कौशाम्बी स्थानांतरण हो गया। इसी प्रकार 15 जून को डॉ. वंदना का ट्रांसफर हमीरपुर से राजकीय महाविद्यालय नौगढ़ चंदौली और राजकीय महाविद्यालय राबर्टसगंज सोनभद्र हो गया।
यही नहीं नियम विरुद्ध तरीके से असिस्टेंट प्रोफेसर का तबादला उनके गृह जनपद में कर दिया गया जबकि राजकीय महाविद्यालयों के प्रवक्ता समूह-क के अधिकारी है और उनकी नियुक्ति गृह जनपद में नहीं की जा सकती है।
प्रतिस्थानी के बगैर किया तबादला
आकांक्षी जिले के कुछ असिस्टेंट प्रोफेसर का प्रतिस्थानी के बगैर तबादला कर दिया गया। उदाहरण के लिए राजकीय महाविद्यालय बहुआ देहात फतेहपुर में मनोविज्ञान के एकमात्र शिक्षक विशाल गुप्ता का तबादला राजकीय महाविद्यालय मेजा हो गया। राजकीय महाविद्यालय मानिकपुर चित्रकूट के रसायन विज्ञान के शिक्षक डॉ. अयूब अहमद और राजनीति शास्त्र के शिक्षक डॉ. विजय प्रकाश यादव का स्थानान्तरण क्रमशः राजकीय महाविद्यालय मोदीनगर गाजियाबाद और राजकीय महिला महाविद्यालय फूलपुर प्रयागराज हो गया। अब इनके पूर्व कॉलेजों में इनका विषय कौन पढ़ाएगा, पता नहीं।
एक साल बाद ही किया स्थानांतरण
कई शिक्षक ऐसे हैं जिनका तबादला पिछले साल हुआ था और इस साल फिर से मनमानी तैनाती कर दी गई जबकि तीन साल बाद ट्रांसफर होना चाहिए। डॉ. राजेश कुमार का तबादला पिछले साल मिर्जापुर से फतेहपुर हुआ था और इस साल फतेहपुर से प्रयागराज भेज दिया गया। डॉ. शिल्पी का पिछले साल गौतमबुद्धनगर से अलीगढ़ और इस साल अलीगढ़ से वापस गौतमबुद्धनगर ट्रांसफर हो गया। डॉ. श्वेता मिश्रा का 2024 में लखनऊ से सीतापुर और इस साल फिर सीतापुर से लखनऊ जबकि तनय मिशेल शाह का पिछले साल पीलीभीत से हरदोई और इस साल हरदोई से लखनऊ ट्रांसफर हो गया।
राजकीय महाविद्यालयों के प्रवक्ता की गृह जनपद में तैनाती के लिए उच्च शिक्षा मंत्री अनुमति दे सकते हैं। शेष अनियमितता संज्ञान में नहीं है। - डॉ. अमित भारद्वाज, निदेशक उच्च शिक्षा
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